पटना-19 दिसंबर। लापरवाही के मामले में जिलाधिकारी ने पटना के राजेंद्रनगर स्थित अशोका हॉस्पिटल के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है। सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की टीम बनायी और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया । जांचोपरांत अशोका हॉस्पिटल राजेंद्र नगर की लापरवाही, गैर जिम्मेदाराना रवैया तथा मानवीय मूल्यों की अनदेखी का मामला उजागर हुआ है। इसके बाद जिलाधिकारी ने मामले को गंभीर एवं संवेदनशील मानते हुए अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कठोर कार्रवाई का सख्त निर्देश दिया है।
ये है मामला—
अशोका हॉस्पिटल राजेंद्रनगर में भर्ती मरीज हरजीत कौर की मृत्यु अस्पताल में ही हो गई। मृतक के नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए परिजन ने संपर्क करने के उपरांत दधीचि देहदान समिति पटना तथा आईजीआईएमएस की टीम अशोका हॉस्पिटल पहुंची। मृतक के परिजन तथा देहदान समिति ने अस्पताल में ही नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए बार-बार आग्रह करने के उपरांत भी प्रबंधन ने अपेक्षित सहयोग प्रदान नहीं किया तथा अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में मृतक के नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी कर प्रमाण पत्र दे दिया। अस्पताल प्रबंधन का यह कृत्य न केवल गैर जिम्मेदाराना तथा चिकित्सा नैतिक मानदंड एवं देहदान जैसी मानवतावादी मूल्यों के प्रतिकूल है बल्कि मृतात्मा के शव का भी अपमान है।
जांच टीम का हुआ गठन—
मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच टीम का गठन कर निरीक्षण करने का निर्देश दिया। तीन सदस्यीय जांच दल में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी पटना डॉ अविनाश कुमार सिंह, सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापित डॉ अवधेश कुमार तथा श्रम अधीक्षक श्री मनीष कुमार थे। जांच टीम को मामले की जांच कर अविलंब प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही एवं गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हुआ उजागर
सिविल सर्जन पटना को अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का सख्त निर्देश––
जांच टीम ने अस्पताल प्रबंधन, दधिचि देहदान समिति , आईजीआईएमएस की टीम तथा मृतक के परिजन का बयान लेते हुए सभी पक्षों पर विचार कर अपना जांच प्रतिवेदन जिलाधिकारी पटना को दिया। जांच प्रतिवेदन में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही एवं असहयोगात्मक आचरण एवं मानवीय मूल्यों की अनदेखी का मामला उजागर हुआ है। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन पटना को अस्पताल प्रबंधन से स्पष्टीकरण पूछने तथा नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।