मधुबनी- 09 जुलाई। मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्य के खिलाफ महागठबंधन के आह्वान पर 9 जुलाई को प्रस्तावित बिहार बंद व चक्का जाम को लेकर मधुबनी में मंगलवार को इंडिया गठबंधन समन्वय समिति मधुबनी के बैनर तले शहर के थाना मोड़,बाटा चौक,शंकर चौक होते हुए मधुबनी रेलवे स्टेशन तक नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री सह नगर विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा कि यह केवल विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एक निर्णायक लड़ाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता पुनरीक्षण की आड़ में गरीब, दलित, मजदूर, प्रवासी और वंचित तबकों को वोटर सूची से बाहर करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में जन्म प्रमाण पत्र केवल 2.8 प्रतिशत लोगों के पास हो, वहां पासपोर्ट, जमीन के कागजात, एनआरसी जैसे दस्तावेज मांगना एक तरह की “वोटबंदी” है।पूर्व विधायक रामाशीष यादव, वीर बहादुर राय, राजद नेता राजकुमार यादव, सीपीआई जिला सचिव मिथिलेश झा, माकपा नेता दिलीप झा सहित अन्य वक्ताओं ने भी मतदाता पुनरीक्षण अभियान की आलोचना करते हुए इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ बताया। सभी ने एक स्वर में 9 जुलाई को चक्का जाम को सफल बनाने की अपील की।सभा में महिला जिला अध्यक्ष रेणु यादव, जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, वीआईपी जिलाध्यक्ष बिशुनदेव चौधरी, श्याम सुंदर सहनी, रोहित यादव सहित कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। वक्ताओं ने जनता से इस जनविरोधी कदम के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की।
