मधुबनी- 14 नवंबर। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र मधुबनी एवं कलुआही प्रखंड व अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। कलुआही प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नियमित साफ सफाई पर विशेष रूप से ध्यान दें। जिलाधिकारी द्वारा सभी महत्वपूर्ण पंजियों की भी जांच की गई। उन्होंने लॉगबुक का अधतन संधारण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा प्राप्त जनशिकायतों को पूरी गंभीरता से लेकर ससमय उसका निष्पादन करे, ताकि आमजन को अपनी शिकायतों को लेकर जिला मुख्यालय में जाना नही पड़े। जिलाधिकारी ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय कलुआही की भूमि की मापी कराकर अविलंब प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया, ताकि संबधित विभाग से एनओसी प्राप्त कर भूमि हस्तानांतरण का कार्य करवाया जा सके। उन्होंने सीओ को भूमि विवाद एवं अतिक्रमण के मामलों में पूरी गंभीरता से लेकर ससमय निष्पादन का निर्देश दिया। इसके उपरांत जिलाधिकारी डीआरसीसी पहुंचकर बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना,कुशल युवा कार्यक्रम मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना की प्रगति की जाँच किया। जांच के क्रम में यह पाया गया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष में अभी तक 2133 आवेदन प्राप्त हुए हैं। वहीं कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 11060 आवेदन प्राप्त हुए हैं। तथा स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत मात्र 843 आवेदन ही प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत कम आवेदन को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत आवेदन प्राप्त करें, ताकि जिले के अधिक से अधिक युवाओं इस योजना का लाभ उठा सके। उन्होंने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम में भी शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्देश दिया। जांच के क्रम में बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के प्रतिनियुक्ति लोन मैनेजर प्रियरंजन कुमार के लॉगिंग में अधिक संख्या में आवेदन लंबित रहने के कारण जिला अधिकारी ने गहरी नाराज की प्रकट करते हुए स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया।
