
कुछ लोगों के लिए सिर्फ परिवार है, मेरे लिए पुरा बिहार: CM नीतीश
मधुबनी- 01 मई। झंझारपुर संसदीय क्षेत्र के लौकही प्रखंड के धनिकलाल मंडल उच्च विद्यालय पिपरोन में बुधवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में भीषण गर्मी के इस दौर में हम झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामप्रीत मंडल के लिए आये हैं। उन्होंने कहा कि जब हम लोग 2005 के नवंबर से काम करना शुरू किया, तब से पूरे बिहार में सब तरह का काम हुए हैं। उसके पहले कांग्रेस और राजद दौर में शाम में लोग घर से बाहर नहीं निकल पाते थे और समझ लीजिए कि हिंदू मुस्लिम में काफी झगड़ा होता था। स्वास्थ्य की व्यवस्था बहुत खराब थी। सिर्फ उच्चतम लोगों का इलाज होता था। कहीं सड़क नहीं था, राज्य का बुरा हाल था। बहुत कम बिजली उपलब्ध थी। जब हम लोगों को काम करने का मौका मिला, तो हमने एक-एक चीज पर काम किया। लड़कियों-लड़कों के पढ़ाई के लिए सब तरह से काम किया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हर प्रकार का इंतजाम किया। जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके। ये लोग तो कुछ काम किया नहीं और भाषण देते रहते हैं, बीच में हमलोग कुछ दिन के लिए गये थे, इनके साथ। वहीं सब भाषण में बोलता रहता है कि हम किए। सीएम ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ये लोग सिर्फ पत्नी,बेटे,बेटियों और परिवार ही है। हम लोगों को न कोइ बेटा न कोइ बेटी है। हम लोगों के लिए पूरा बिहार है। पंचायत चुनाव में पंचायतों में भी हमने महिलाओं के लिए पचास प्रतिशत कर दिया। अब हर जगह चारों ओर महिलाएं दिख रही है। पहले लड़कियां पढ़ती नहीं थी, फिर हमने साइकिल और पोशाक योजना चलाई इंटर पास करने पर 25 हजार, स्नातक पास करने पर 50 हजार की राशि को लागू किया। वर्ष 2005 में प्रजनन दर क्या था 4.3 था, जब से लड़कियां पढ़ने लगी, तब से प्रजनन दर में भी कमी आई है, अब घटकर 2.9 है। मुसलमान के लिए हमने कब्रिस्तानों का घेराबंदी शुरू करवाया मदरसों को भी को सरकारी मान्यता दी। हमने सभी क्षेत्र में काम किया। अब हिंदू मुस्लिम झगड़ा भी नहीं होता है। एक बार फिर नीतीश कुमार का जुबान फिसला, वे चार सौ पार के बदले के बदले, चार हजार कह दिया।



