पटना- 28 जनवरी। बिहार में फिर से सत्ता परिवर्तन हुआ है। लग्न जब शुरु होता है, तब कई बाराती सड़क पर जाते हैं। हर बाराती में बाराती और दुलहा अलग अलग देखा जाता है। परंतु बिहार के सियासत में दुल्हा और दुल्हन एक ही रहते है। सिर्फ बाराती बदल जाती है। सियासत के इस गंदे खेल ने बिहार वासियों को सियासतदारों पर से विश्वास समाप्त हुआ है। उक्त बातें समाजवादी नेता जेपी सेनानी हनुमान प्रसाद राउत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा। श्री राउत ने कहा कि नीतीश कुमार के राजनीतिक चाल से बिहार पुरे देश में कलंकित हुआ है। कभी इस तरह के काम के लिए हरियाणा बदनाम था, परंतु नीतीश कुमार ने उसको बहुत पिछे छोड़ दिया। उन्हो ने कहा कि वर्ष 1978 में स्वः कर्पूरी ठाकुर सरकार ने पिछड़े वर्ग के लिए 26 प्रतिशत आरक्षण लागू किए थे। उस समय नीतीश कुमार ने आरक्षण का मुख्य रुप से विरोध किए थे। तथा उनकी सरकार गिराने में जनसंघ और सत्येन्द्र नारायण सिंह के साथ मिलकर अहम भूमिका निभाए थे। नीतीश कुमार के धोखा देने की लंबी लिस्ट है। जिसमें कर्पूरी ठाकुर,जार्ज फर्नांडिस,शरद यादव सहित कई नाम है। राउत ने कहा कि नीतीश कुमार पहले व्यक्ति है, जिन्होने आरक्षण की घोषणा के बाद कर्पुरी ठाकुर को कपटी ठाकुर और बढ़िया आरक्षण की उपाधी दिया था।