मधुबनी- 24 जनवरी। बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के प्रावधान एवं निर्देश के विपरीत मधुबनी जिले में वस्तानिया ग्रेड के मदरसा शिक्षक को केंद्राधीक्षक बना दिया गया है। जिसको लेकर जिला शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर ही सवाल उठने लगे है। शिक्षा विभाग का निर्देश है कि फाजिल ग्रेड मदरसा या फिर पल्स टु उच्च विधालय के ही शिक्षक केंद्राधीक्षक होंगे। इसके विपरीत जयनगर अनुमंडल मुख्यालय स्थित दुल्लीपट्टी मध्यविधालय में वस्तानिया ग्रेड के मदरसा षिक्षक को केंद्राधीक्षक बना दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा कार्यालय की मिलीभगत से जिले में इस तरह की अनियमितता एवं मनमानी जिला शिक्षा विभाग में लगातार होती रही है। इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग जेपी सेनानी हनुमान प्रसाद ने की है। तथा मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष से मांग किया है कि फोकानिया एवं मौलवी की परीक्षा में कई केंद्रों पर प्रावधान के विपरीत केंद्राधीक्षक बना दिए गए हैं। जिसकी जांच अपने स्तर पर की जाए। इस तरह के एक मामले की चर्चा करते हुए बताया है कि दुल्लीपट्टी मध्यविधालय परीक्षा केन्द्र पर वस्तानिया ग्रेड के मनीरुल इस्लाम मझौरा खुटौना के सहायक शिक्षक मो. हुसैन को केंद्राधीक्षक बना दिया गया है। बताया गया है कि इनके खिलाफ विभागीय जांच चल रहा है। तथा करीब एक वर्ष से इसका वेतन रोका गया है। इसके बाद भी इन्हें उच्च दर्जे के कक्षा के लिए केंद्राधीक्षक बना दिया गया है। जबकि मौलवी होने के मामले की ही जांच जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा की जा रही है। इधर प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकरी जावेद आलम ने बताया कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है। उन्होने बताया है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाऐगी।
क्या कहते हैं परीक्षा नियंत्रक अधिकारी—
मदरसा बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक पदाधिकारी नुरुल इस्लाम ने बताया कि वास्तानिया ग्रेड के षिक्षक को केंद्राधीक्षक बना दिया जाना गंभीर मामला है। डीईओ के द्वारा केंद्राधीक्षक बनाये जाने की सूची के साथ केंद्र की अनुशंसा भेजी जाती है। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि आरोपित षिक्षक को केंद्राधीक्षक बनाना बहुत कहीं से सही नही है।