भारत

तीनों सेनाओं के लिए संयुक्त थिएटर कमांड का ‘ब्लूप्रिंट’ तैयार, अब सिर्फ सरकार की मंजूरी का इंतजार

नई दिल्ली- 05 नवंबर। आखिरकार लम्बे इंतजार के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के लिए संयुक्त थिएटर कमांड की रूपरेखा तैयार हो गई है। रक्षामंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय रक्षा समिति के प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के बाद अब भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार है। चीन-पाकिस्तान के लिए एक-एक और समुद्री खतरे के लिए अलग से एक कमांड होगी। एक एयर कमांड होगी, जिसमें तीनों सेनाओं की वायु संपत्तियां एक साथ काम करेंगी। मिलिट्री थिएटर के नीचे सभी सेनाएं एक की तरह काम करेंगी। इस तरह कुल पांच थिएटर कमांड के हवाले पूरे देश की जमीनी, समुद्री और हवाई सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी।

दुनिया में बदलते युद्ध के पारंपरिक तौर-तरीके और ‘मॉडर्न वार’ को देखते हुए चीन एवं अमेरिका की तर्ज पर तीनों सेनाओं का पुनर्गठन करके थिएटर कमांड बनाने की प्रक्रिया देश के पहले सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत ने शुरू की थी, लेकिन हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनके निधन के बाद से यह प्रक्रिया धीमी पड़ गई थी। सशस्त्र बलों ने रक्षामंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय रक्षा समिति के तहत थिएटर कमांडरों के प्रस्ताव के साथ एकीकृत थिएटर कमांड की अंतिम रूपरेखा तैयार की है, लेकिन मानव संसाधन से संबंधित कुछ मामलों पर निर्णय लिया जाना बाकी है। इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के बाद अब भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार है।

मौजूदा समय में सेना और वायु सेना के पास सात-सात, जबकि नौसेना के पास तीन कमांड हैं, लेकिन पुनर्गठन होने पर थिएटर कमांड में भारत की तीनों सेनाओं नौसेना, वायुसेना और थल सेना की टुकड़ियां शामिल होंगी। कुल बनने वाले पांच थिएटर कमांड में चीन और पाकिस्तान के लिए एक-एक और समुद्री खतरे के लिए अलग से एक कमांड होगी। एक एयर कमांड होगी, जिसमें तीनों सेनाओं की वायु संपत्तियां एक साथ काम करेंगी। इस तरह कुल पांच थिएटर कमांड के हवाले पूरे देश की जमीनी, समुद्री और हवाई सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी। यह थिएटर कमांड किसी भी खतरे के खिलाफ त्वरित और समय पर जवाबी कार्रवाई में भारत को बड़ा बढ़ावा देंगे। थिएटर कमांड के तैयार किये गए ‘रोडमैप’ को लागू किये जाने पर भारत ऐसा करने वाला तीसरा देश हो जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि थिएटर कमांड की संरचनाओं में सरकार की मंजूरी के आधार पर और बदलाव हो सकते हैं। एक अधिकारी ने कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) के सदस्यों के भी रक्षा समिति का हिस्सा होने की संभावना है, जो थिएटर कमांडरों के काम की निगरानी करेगी। सीओएससी में तीनों सेना प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) शामिल होंगे, जो रक्षा के उच्च मामलों से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे। थिएटर कमांड की संरचनाओं में एक वाइस सीडीएस और एक डिप्टी सीडीएस की भी नियुक्ति होने की संभावना है, जो खरीद और अन्य रक्षा-संबंधी पहलू, संचालन, खुफिया और योजना, प्रशिक्षण के कार्यक्षेत्र की देखरेख करेंगे।

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