भारत

सचिन पायलट बोले- चाहे किसी ने हाईकमान की अवमानना की हो, फिर भी मैंने एक भी कैंडिडेट का विरोध नहीं किया

दौसा- 19 अक्टूबर। प्रियंका गांधी की सभा की तैयारी का जायजा लेने के लिए गुरुवार शाम को दौसा के कांदोली पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मानेसर मुद्दे पर कहा कि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि हमारे बीच की प्यार-मोहब्बत मिसाल बन चुकी है। इसी प्यार मोहब्बत से सब लोग घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा जहां तक टिकटों की बात है पिछले वर्षों में जो घटनाक्रम हुआ। कुछ लोगों पर पार्टी में अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे, किसी पर कार्रवाई हुई या नहीं हुई। लेकिन जीतने वाले जिन भी उम्मीदवारों के प्रपोजल आए उनका मैंने खुले मन से स्वागत किया। चाहे उस समय सोनिया गांधी की अवमानना किसी ने की हो, फिर भी मैंने कहा पार्टी हित में जो भी हो, मैंने किसी एक भी कैंडिडेट का विरोध नहीं किया। आपसी प्यार-मोहब्बत का इससे बड़ा प्रमाण नहीं हो सकता।

कौन किस पद पर कब तक रहेगा हाईकमान का निर्णय

मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ने संबंधी बयान पर पायलट ने कहा मुझे प्रेस कांफ्रेंस के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन कौन किस पद पर कब तक बैठता है, इसका निर्णय कांग्रेस लीडरशिप तय करता है। कांग्रेस अध्यक्ष व सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी तय करते हैं कि कौन नेता किस पद पर सरकार या संगठन में काम करेगा। पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय करेगा वह सबको स्वीकार होगा। उन्होंने कहा 2018 में प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था, पार्टी के सभी नेताओं ने मिलकर मेहनत की और सरकार बनाई। आज भी सभी नेता मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इसे लेकर भाजपा के अंदर बहुत गड़बड़ाहट है, वहां आपसी टकराव व खींचतान है।

उन्होंने कहा भाजपा ने अभी सिर्फ 40 टिकट बांटे हैं लेकिन 80 झगड़े हो गए। इससे साफ होता है कि भाजपा में अंदरखाने बहुत कुछ चल रहा है। मैं उस पर कमेंट नहीं करना चाहता लेकिन कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट होकर चुनाव लड़ने जा रही है। सभी नेताओं ने सकारात्मक माहौल में चर्चा कर प्रत्याशी चयन किए हैं, बहुत जल्द लिस्ट भी सामने आ जाएगी।

विधायक और हाईकमान तय करेगा मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री फेस के सवाल पर पायलट ने कहा देश के किसी भी राज्य में चुनाव होते हैं तो सामूहिक नेतृत्व रहता है और चुनाव के बाद कांग्रेस हाईकमान नेता सदन तय करता है। एआईसीसी ने भी स्पष्ट कर दिया है मिलकर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा चुनाव के बाद भी विधायक और हाईकमान तय करेगा कि 2023 में मुख्यमंत्री कौन बनेगा।

जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता

हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर पायलट ने कहा भाजपा ने कहां कोशिश नहीं की, राजस्थान में हमने भाजपा के 163 के बहुमत को हराकर सरकार बनाई थी। ऐसे में उनके मन में चोट होगी कि हमारी सरकार क्यों नहीं बन पाई।

मैंने जो मुद्दे उठाए थे उन्हें पार्टी ने स्वीकार किया है और एआईसीसी ने भी आगे कदम उठाने की बात कही थी। सभी ने मिलकर पार्टी के लिए काम किया है और लेकिन मैं कह देना चाहता हूं जनता की आवाज को नहीं दबाया जा सकता। इस दौरान उन्होंने तैयारी का जायजा देते हुए मंत्री ममता भूपेश, मुरारी लाल मीणा, जीआर खटाना, प्रदेश सह प्रभारी अमृता धवन समेत कई नेताओं से चर्चा की।

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