मधुबनी- 26 अगस्त। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिला पदाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए। विद्यालय शिक्षा समिति का गठन न होना या रसोई गैस की अनुपलब्धता जैसे कारण स्वीकार नहीं किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि विद्यालयो के निरीक्षण का सकारात्मक परिणाम नजर आनी चाहिये। उन्होंने बेस्ट एप से किए जा रहे निरीक्षण कार्य की भी विस्तृत समीक्षा किया। जिलाधिकरी ने विद्यालयों में अक्रियाशील शौचालयों को क्रियाशील करने,जीर्ण-शीर्ण भवन का जिंर्णोधार,अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण, कंप्यूटर का क्रय आदि की भी विस्तृत समीक्षा किया। उन्होंने जिले में ऐसे सभी विद्यालयों जिसके भवन जर्जर हैं और उनमें पठन पाठन से बच्चों के हित को नुकसान हो सकता है की सूची बनाकर उपस्थापित करने के निर्देश दिए,साथ ही भूमिहीन विद्यालयो की भी सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि इसको लेकर शीघ्र अग्रेतर करवाई सुनिश्चित किया जा सके। जिलाधिकारी शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर गंभीर दिखे। उन्होंने कहा कि जिले में आवंटन रहने बाद किसी भी स्थिति में शिक्षकों को वेतन मिलने में देर न हो। विद्यालयो के आस-पास चल रहे कोचिंग संस्थानों एवं उसमें पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने का भी निर्देश जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया, ताकि इस संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जा सके। जिलाधिकारी द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के संचालन की समीक्षा भी की गई। उन्होंने गैर सरकारी विद्यालयों से संबंधित ई-संबंधन पोर्टल पर सत्यापन और सभी विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति और विद्यालय प्रबंधन समिति के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि अगली मासिक बैठक से पूर्व सभी लंबित कार्य को शत प्रतिशत पूर्ण कर लिया जाए। अन्यथा संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। जिला पदाधिकारी द्वारा विद्यालयों में विद्युतीकरण, माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में निर्माण,जल जीवन हरियाली,उपयोगिता,सीडब्ल्यूजेसी, एमजेसी आदि मामले,जैसे अन्य विषयों की समीक्षा भी की गई। उक्त बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी,डीपीआरओ परिमल कुमार,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता,अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।