
मधुबनी। बेनीपट्टी पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने एक यूडी केस को हत्याकांड में परिणत कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश स्थानीय पतौना ओपीध्यक्ष विजय पासवान को दिया है। जानकारी के अनुसार पतौना ओपी क्षेत्र के जगवन पूर्वी पंचायत के कटैया गांव निवासी रामाधार सहनी की पिछले 30 अगस्त को मौत हो गई थी। इस संबंध में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद नया मोड़ ले लिया। स्वः सहनी की मौत प्रारंभ में बाढ़ के पानी में डूबने से बताई जा रही थी। परंतू रिपोर्ट में हत्या की बताई जा रही है। पुलिस इंस्पेक्टर के इस आदेश के बाद उक्त घटना में सनलिप्त असमाजिक तत्वों मे बेचैनी अब बढ़ गई है। मृतक 29 अगस्त को बाजार से वापस लौट कर घर आ रहे थे। परंतू वह घर नहीं पहुंचा। परिजन ने काफी खोजबीन किया,परंतू उसका का कोई सुराग नही मिला। दूसरे दिन एक गड्ढे में मृतक का शव मिला। मृतक की पत्नी दाई जी देवी के द्वारा हत्या की बात कहीं जा रही थी। परंतू पतौना ओपीध्यक्ष विजय पासवान के द्वारा धोखा देकर हत्या के मामले को यूडी केस में दर्ज किया गया। पीड़िता ने इस संबंध में एसपी मधुबनी से लेकर कई वरीय पदाधिकारियों को आवेदन देखकर पतौना ओपीध्यक्ष विजय पासवान द्वारा सादे कागज पर अंगूठा निशान लिए जाने एवं हत्याकांड में गांव के ही हत्यारों को बचाए जाने की बात कहकर न्याय की गुहार लगाई थी। पतौना ओपीध्यक्ष द्वारा हत्यारों को बचाने की शिकायत एसपी से की गई थी। मृतक की पत्नी एवं अन्य गवाहों ने बेनीपट्टी पुलिस निरीक्षक को दिए बयान में कहा कि गांव के ही पुरानी दुश्मनी के कारण गांव के ही कुछ लोगों द्वारा हत्या कर शव को पानी में फेंक दिया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है। जबकि दाईजी देवी का आरोप है कि वह थाना का चक्कर लगाने के बाद भी पतौना ओपीध्यक्ष प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं कर रहे हैं।



