मधुबनी-22 जुलाई। बेनीपट्टी प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम से सलहा पंचायत के पीडीएस विक्रेता विजय कुमार कामत के यहां खाद्य सुरक्षा योजना का अनाज पहुंचाने निकला 6 वाहनों में 2 वाहनों पर लदे अनाज का कोई अतापता नही चल पा रहा है. डीलर विजय कुमार कामत द्वारा अनाज लदे चार वाहन के पहुंचने की ही बात बतायी जा रही है। जबकि एसएफसी गोदाम से डीलर श्री कामत के पीडीएस आईडी संख्या (120700300533) पर निर्गत अनाज को पहुंचाने के लिये बुधवार को छः वाहनों को भेजा गया. जिसमें विक्रेता द्वारा केवल चार वाहन के पहुंचने के ही बात बारंबार कही जा रही है। एसएफसी गोदाम के द्वारा जिन वाहनों से अनाज भेजें गये थे, उन वाहनों का पंजीयन नंबर (बीआर-06 टी 1054, बीआर-07 जीए 6579,बीआर-32 जीए 7647,बीआर-7 जी 2324) शामिल है। जिसमें बीआर-06 टी 1054 और बीआर- 7 जी 2324 नंबर की वाहन से दो दो बार अनाज डिलेवरी किये जाने की चर्चा डाटा इंट्री के रसीद में की गयी है, जो ऑनलाइन के माध्यम से इंट्री की जाती है।
अब बड़ा सवाल उठता है कि उक्त डीलर के आईडी पर छः वाहनों में अनाज भरकर भेजने का ऑनलाइन इंट्री किया गया और संबंधित डीलर महज चार वाहनों के पहुंचने की बात कह रहे हैं, वह भी जितना उक्त डीलर का अनाज आवंटन है, तो दो गायब वाहनों में रखे गये सैकड़ों क्विंटल अनाज आखिर गया तो कहां गया? इन दोनों गायब वाहनों में रखे सैकड़ों क्विंटल अनाज के घोटाला किये जाने की आशंका स्थानीय लोगों के द्वारा व्यक्त की जा रही है। तथा प्रखंड क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा योजना में हो रहे घोटाले की जमकर चर्चा की जा रही है। बताते चलें कि महीनों पूर्व गंगुली पंचायत में भी इसी तरह एक डीलर का मामला सामने आया था। जिसमें उनके आवंटन से कई गुना अधिक अनाज लदे वाहन गोदाम के पास घंटों तक खड़ा रहा और स्थानीय लोगों के द्वारा अनाज की कालाबाजारी किये जाने की प्रत्यक्ष प्रमाण कहकर फोन के माध्यम से अधिकारियों को सूचना दी जाती रही। परंतू तमाम अधिकारियों द्वारा मामले को देख लिये जाने की बात कहकर टाल दिया गया, जो उक्त मामला इस समय लोक शिकायत निवारण में चल रहा है। बारंबार बेनीपट्टी एसएफसी गोदाम से डीलर के यहां अनाज पहुंचाने के क्रम में व्यापक पैमाने पर सरकारी योजना के अनाज की घोटाला किये जाने की खबर और अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नही किये जाने से लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व असंतोष पनपने लगा है। इस बाबत पूछे जाने पर एजीएम अफताब आलम ने बताया कि मामले की जांच कर बताते हैं।