
लंदन से लायी जाएगी 10वीं शताब्दी की ऐतिहासिक योगिनी देवी की मूर्ति
नई दिल्ली- 15 जनवरी। उत्तर प्रदेश के लोखरी गांव के एक मंदिर से साल 1979 से 1982 के बीच चोरी कर अवैध तरीके से लंदन ले जायी गयी बकरी के सिर वाली योगिनी देवी की मूर्ति आखिरकार फिर से देश को वापस मिलने जा रही है। योगिनी देवी की यह मूर्ति 10वीं सदी की बतायी जा रही है।
बलुआ पत्थर में बनी मूर्ति में देवी का सिर बकरी का है। बकरी के सिर वाली देवी की मूर्ति इंग्लिश कंट्री गार्डेन में मिली थी। अब इस मूर्ति को मकर संक्रांति के दिन लंदन में भारतीय उच्चायोग को सौंपा गया है। अब मूर्ति को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) स्वदेश लेकर आने की तैयारी कर रहा है।
संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि योगिनी देवी की मूर्ति को लंदन में भारतीय उच्चायोग को सौंप दिया गया है और एएसआई ने मूर्ति को स्वदेश वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि भारत से चोरी कर हजारों मील दूर लंदन में बेचने के लिये ले जायी गयी थी । अक्टूबर 2021 में लंदन में भारतीय उच्चायोग को इंग्लिश कंट्री गार्डेन में योगिनी देवी की मूर्ति होने की जानकारी मिली थी। भारत स्वाभिमान परियोजना के तहत इस दिशा में कदम उठाया गया और भारतीय उच्चायोग की पहल से लंदन प्रशासन ने यह मूर्ति भारत को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।



