
चित्तौड़गढ़- 24 जुलाई। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने चित्तौडगढ़ में राजस्थान विधानसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की घटना होना लोकतंत्र का गला घोंटने के समान है। अगर कोई जनप्रतिनिधि विधानसभा में अपनी बात रखना चाहता है तो उसे धक्के देकर बाहर निकाल देना कौनसी परम्परा है। जोशी सोमवार को चित्तौडगढ़ भाजपा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष मिट्ठू लाल जाट के पदभार ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
जोशी ने कहा कांग्रेस के विधायक जिस लाल डायरी के बारे में कह रहे है, उसका पर्दाफाश होना आवश्यक है। सरकार पर जो भ्रष्टाचार के बडे़-बडे़ आरोप लगाए जा रहे हैं, उस पर मुख्यमंत्री को चुप्पी साधकर बैठना नहीं चाहिए, राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि आखिर इस डायरी में सरकार के कौनसे काले कारनामें छिपे है, क्या लाल डायरी में राजस्थान की जनता से लूटा हुआ पैसा दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आकाओं को देने का हिसाब है, यह स्पष्ट होना चाहिए। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के विधायक मदन दिलावर को निष्कासित करना सरकार की घबराहट को दिखाता है। सरकार महिला अपराध जैसे मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं करना चाहती। यह एक संवैधानिक संस्था का अपमान है। जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा व्यवहार आलोचनात्मक है। अपने आप को गांधी कहने वाले गहलोत की इस सरकार की अंतिम सांसें बची है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के प्रधानमंत्री पर दिए गये बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करके उन्होंने ना सिर्फ प्रधानमंत्री पद की गरिमा का वरन् भारतीय संस्कृति में पूजनीय संत, शंख और मां का भी अपमान किया है। उन्होंने कहा क्या आपको प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति को गाली देने के लिए कांग्रेस इनाम देती है? आपको प्रधानमंत्री से एतराज क्या है? क्या एक गरीब परिवार में जन्म लेकर पीएम बन देश की जनता का दिल जीत, आपके केंद्र की सत्ता में आने के रास्ते बंद कर दिए, जो काम कांग्रेस 60 सालों में नहीं कर पाई वह मोदी के 9 वर्ष के कार्यकाल में पूरे हुए, इससे आप गुस्सा है। विश्व में भारत के बढ़ते वर्चस्व, देश का पांचवी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था बनना इनसे आपको समस्या है, आखिर आप किस बात को लेकर गुस्सा है? आप उन्हें ’खत्म करो’ का बयान देते हैं, फिर भी आजाद है, इससे अधिक अभिव्यक्ति की कौनसी आजादी चाहते हैं?