नई दिल्ली- 26 अक्टूबर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक जनवरी 2023 से पेपरलेस यानि कागज रहित हो जाएगा। इसके साथ ही एम्स आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी डेटा के लिए उन्हें एक आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन( आभा ) नंबर जारी किया जाएगा। इससे मरीजों को अपनी रिपोर्ट साथ लाने की भी जरुरत नहीं पड़ेगी। सभी रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होगी।
इसके लिए एम्स के न्यू राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन पंजीकरण किया जाएगा। वहीं, एम्स में मरीजों की भीड़ कम करने के लिए स्लॉट नियम को लागू किया जाएगा। इस दौरान यदि किसी मरीज को मौका नहीं मिलेगा तो उक्त डॉक्टर के संबंध में जानकारी मेल के माध्यम से दी जाएगी। वहीं मरीजों की जांच पंजीकरण के दौरान बार-कोड की व्यवस्था की जाएगी।
इस संबंध में एम्स के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने सभी विभागों के प्रमुखों, केंद्रों के प्रमुखों और सभी विभागों के आईटी, टेलीमेडिसिन, ओपीडी नोडल अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। इसके लिए सभी मॉड्यूल के कार्यान्वयन के लिए एक निरीक्षण निगरानी समिति और एक कार्य समिति का गठन किया गया है। यह समिति हर सप्ताह अपनी प्रगति रिपोर्ट देगी।
इस दिशा में एनआईसी और कंप्यूटर सुविधा के समन्वय के लिए सभी विभागों, केंद्रों , अनुभागों द्वारा नोडल आईटी अधिकारियों को नामित किया जाएगा। सिस्टम में अनुपलब्धता एवं छुट्टी आदि के मामलों में पुनर्वितरण की व्यवस्था होगी।
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