बरेली- 17 नवंबर। सामूहिक प्रार्थना के बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा खां बाहर आकर बोले सबसे बड़ी तकलीफ की बात यह है कि अब हिंदुस्तान में भी दुआ पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधा।
सामूहिक प्रार्थना को लेकर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खां को प्रशासन ने इस्लामिया ग्राउंड की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद प्रशासन नें मौलाना तौक़ीर रज़ा के कार्यक्रम स्थल में बदलाव किया गया। नौमहला मस्जिद में इज्जतिमाई दुआ को लेकर प्रशासन ने अनुमति दी। जिसके बाद सुबह से ही दरगाह आला हज़रत से इस्लामिया ग्राउंड और नौमहला मस्जिद तक पुलिस का पहरा देखने को मिला। लोगों ने पुलिस के पहरे में नमाज़ अदा की। इससे पहले शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्वक मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की। उसके बाद नौमहला मस्जिद में नमाज़ी जमा हुए जिसमें नमाज़ के बाद फिलिस्तीन में मारे जा रहे बेगुनाह लोगों के साथ देश में अमन -चैन की दुआ की गई। नौमहला मस्जिद से बाहर आते ही इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा खां मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी तकलीफ की बात यह है कि हिंदुस्तान में अब दुआ पर भी पाबंदी लगा दी गई है। ऐसी दुआ जो हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया में शांति लाने के लिए की गई हो, उस पर पाबंदी लगाई गई। मौलाना ने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधा। मौलाना ने कहा कि अगर हमारी दुआ से किसी को तकलीफ है तो वह सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी ने ही हमारे कार्यक्रम स्थल में बदलाव कर सामूहिक प्रार्थना में जो लोग शरीक होना चाहते थे, उन पर पाबंदी लगाई । इस दौरान मौलाना ने अरबी मुमालिक को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि ऐसे मुल्क जिनका ज़मीर मर चुका है, बेगुनाह लोगों को मारता हुआ देख रहे हैं। मौलाना ने कहा कि ऐसे मुल्क के खिलाफ भी हम जल्द दिल्ली में मोर्चा खोलेंगे। मौलाना तौकीर रज़ा की सामूहिक प्रार्थना में दरगाह आला हजरत के मौलाना सुबाहन रजा सुबाहनी मियां और दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्रार्चा ने नौमहला में पहुंचकर हिस्सा लिया।