जयपुर- 12 मार्च। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने शहीदों के आश्रितों को जो पैकेज दिया है, वह शायद देश के किसी राज्य में नहीं मिलता होगा। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के पास सिंचित जमीन, पत्नी या पुत्र को नौकरी, हाउसिंग बोर्ड का शहर में मकान, पेट्रोल पंप, शहीद स्मारक, आर्थिक सहायता, तमाम पैकेज दिए हैं।
गहलोत रविवार को जयपुर में विद्याश्रम स्कूल के महाराणा ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं की ओर से देवर को नौकरी देने की मांग पर सवाल उठाते हुए गहलोत ने इसे गलत बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वीरांगनाओं को भाजपा नेताओं ने इकट्ठा किया है। चुनावी साल है। राजस्थान जैसा पैकेज कहीं नहीं है। यही नहीं अगर शहीद की पत्नी गर्भवती है, उसके जो बच्चा पैदा होगा। उसकी नौकरी भी गर्भ में रहते हुए भी आरक्षित कर दी। शहीद का बच्चा पैदा होकर बड़ा होगा। तब तक उसकी नौकरी रिजर्व रहेगी। ऐसा फैसला हिंदुस्तान में कभी हुआ है क्या ?
मुख्यमंत्री ने कहा- मेरी जानकारी में आया है कि इन सभी (वीरांगनाओं) को भाजपा नेताओं ने इकट्ठा किया है, क्योंकि अब चुनाव का वक्त है। ये लोग अब चार साल बाद नौकरी क्यों मांग रहे हैं? इनसे कोई पूछे कि घटना 2019 में हुई उस वक्त मांग क्यों नहीं की? अब चार साल बाद आप मांग करके धरना दे रहे हो। पूरे राज्य और देश के लोगों को गुमराह कर रहे हो। ऐसा करके ये देश में राजस्थान की बदनामी करवा रहे हैं। ऐसी हरकतों के लिए जनता इनको आने वाले समय में जवाब देगी।
ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर गहलोत ने कहा कि ओपीएस को लेकर कई सीएम, वित्त मंत्री आलोचना कर हैं। मेरा मानना है, जब 65 साल तक देश में ओपीएस लागू थी। तब भी देश आधुनिक बनने की ओर आगे बढ़ रहा था।
संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाले पर भी गहलोत ने केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं संजीवनी के मुद्दे पर लगातार मीटिंग ले रहा हूं। शेखावत को चाहिए कि वे समय रहते हुए आगे आकर सबकी मदद करें। कैसे गरीबों के पैसे दिलवाए जा सकते हैं। उस पर विचार करे। बड़ा घोटाला हुआ है, उनका खुद का नाम उसमें है, उनके परिवार का नाम उसमें है। जो आरोपी जेल में है, उसमें भी उनका नाम है।