
सुशील मोदी ने की 2125 एंबुलेंस परिचालन के सौदे को तत्काल रद्द करने की मांग
पटना- 26 जून। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जदयू सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी के बेटे की कंपनी पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स को सारे नियमों को ताक पर रखकर 1600 करोड़ का एंबुलेंस टेंडर दिया गया है। उन्होंने टेंडर के अंतर्गत 2,125 एंबुलेंस 5 वर्ष के लिए चलाने का आदेश तत्काल रद्द कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
सुशील मोदी ने सोमवार को कहा कि पहले तो टेंडर देने की शर्तों यथा अनुभव, टर्नओवर, चयन का आधार, कॉल सेंटर की क्षमता आदि को इस प्रकार बदला गया, ताकि जदयू सांसद के बेटे की कंपनी टेंडर में भाग ले सके। जबकि अन्य कंपनियों के पास सभी बिंदुओं पर ज्यादा क्षमता थी। न्यायालय में पी.के. शाही जदयू सांसद के वकील थे और बाद में महाधिवक्ता बनने पर उसी कंपनी के पक्ष में अपनी अनुशंसा कर रहे थे। यह पूर्णतया नैतिकता के विरुद्ध और पक्षपातपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि कोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद जदयू सांसद के बेटे को 5 वर्षों के लिए टेंडर दे दिया गया। 47 करोड़ की बैंक गारंटी के प्रावधान के बावजूद मात्र 9.4 करोड़ की गारंटी पर काम दे दिया गया। कोरोना की 2 वर्ष की अवधि में पाया गया कि जदयू सांसद की कंपनी जो एंबुलेंस चला रही थी उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, एयर कंडीशन का अभाव, एक्सपायरी दवा, चिकित्सकों की अनुपस्थिति की शिकायत 12 ऑडिट रिपोर्ट में दर्ज है, फिर भी दूसरी बार टेंडर दे दिया गया। सुशील मोदी ने मांग की कि 1600 करोड़ के इस एंबुलेंस घोटाले के आरोपित अधिकारियों पर कार्रवाई कर तत्काल टेंडर रद्द किया जाए।