बिहार

सात निश्चय योजना टू के तहत ही राज्य में रोजगार का होगा सृजन: नीतीश

पटना- 27 सितम्बर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार देर शाम पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के नवनियुक्त 283 पशु चिकित्सा पदाधिकारियों एवं 194 मत्स्य विकास पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस मौके पर 20 लाख रोजगार देने को लेकर सीएम ने कहा कि सात निश्चय-2 में जो तय किया गया है उस पर भी काम किया जा रहा है। हमलोग हर डिपार्टमेंट के लिये काम कर रहे हैं ।

सीएम ने कहा कि आज 477 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। राज्य में पशु चिकित्सकों के 1,820 पद हैं, जिनमें वर्तमान में 1072 पशु चिकित्सक कार्यरत हैं। इस नई बहाली के बाद इनकी कुल संख्या बढ़कर 1,355 हो गयी है। इसी तरह से मत्स्य कर्मियों एवं पदाधिकारियों के कुल 1,723 पद हैं, जिनमें वर्तमान में मात्र 465 मत्स्य कर्मी / पदाधिकारी ही कार्यरत हैं। नई बहाली होने के बाद मत्स्य कर्मियों/पदाधिकारियों की कुल संख्या बढ़कर 659 हो गयी है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। हमने सभी विभागों को कहा है कि जो शेष रिक्त पद हैं, उन सभी रिक्त पदों पर जल्द ही नियुक्ति हो ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2008 से कृषि रोड मैप बनाकर काम करना शुरू किया। इसके तहत कृषि के साथ-साथ पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का भी काम किया जाता है। पहले पशु मत्स्य संसाधन विभाग के तहत काम कम होता था । हमलोगों ने कृषि रोडमैप बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया। अब खेती बढ़ रही है, बिहार के 75 प्रतिशत लोग कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन पर निर्भर हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की आमदनी बढ़ाने को लेकर सरकार काम कर रही है। परिवार की आमदनी बढ़ेगी तो बच्चे भी खुशहाल रहेंगे। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के साथ महाविद्यालयों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। बिहार में पशुओं के विकास के लिए अलग से यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालयों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। पटना में डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज, किशनगंज में वेटनरी कॉलेज और फिशरीज कॉलेज की स्थापना की गयी है। सभी छात्रों को दो हजार रुपये प्रतिमाह देना शुरू किया । छह हजार रुपये प्रतिवर्ष किताब वगैरह के लिए भी दे रहे हैं।

सीएम ने कहा कि बिहार में मछली का उत्पादन वर्ष 2007-08 में दो लाख 79 हजार मीट्रिक टन था जो अब बढ़कर सात लाख 62 हजार मीट्रिक टन हो गया है। कृषि रोड मैप में हमारा मछली उत्पादन का लक्ष्य 8 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष है। अब बिहार में काफी कम मछली बाहर से आ रही है। बिहार में उत्पादित मछली दूसरे राज्यों में भी भेजी जा रही है। मांस का उत्पादन भी दोगुना हो गया है। संस्थान को बढाने के साथ-साथ लोगों की नियुक्ति भी की जा रही है। पशु विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए और कॉलेजों की स्थापना की जायेगी, इससे रोजगार का सृजन भी होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शिक्षित होने से प्रजनन दर में कमी आएगी। हमने कहा है कि किस बिरादरी की लड़कियां कम पढ़ रही हैं, उन्हें चिन्हित करें ताकि सभी समुदाय की अधिक से अधिक लड़कियां शिक्षित हो सकें। बिहार का प्रजनन दर 4.3 से घटकर अब 2.9 पर आ गया है, इसे 2 पर लाना है।

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में दिये गये बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्णिया जायेंगे तो उसी समय सारी बात बतायेंगे। वे टारगेट कर रहे हैं तो करने दीजिये। सोनिया गांधी से हुई मुलाकात के संबंध में पूछे गये प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद यादव हमारे साथ थे। सोनिया गांधी से बातचीत हुई। उनके घर के बाहर पत्रकारों को हमलोगों ने उनसे हुई बातचीत के संबंध में सारी बात बता दी थी।

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