मधुबनी- 04 फरवरी। कोरोना संक्रमण काल में सभी अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हैं। जनमानस विभिन्न तरीकों से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं,ताकि संक्रमण के खिलाफ इनका शरीर एक मजबूत ढाल के रूप में काम कर सके। घरेलु एवं आस-पास उपलब्ध खाद्य सामग्रियों में पोषण एवं सेहत का खजाना छुपा होता है जिसे हम कई बार नजरंदाज करते हैं। इन्ही खाद्य पदार्थों में एक है सहजन,जिसे राज्य में सहजन,मुनगा आदि के नाम से जाना जाता है। सहजन के अपने भोजन में उपयोग कर हम कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सहजन को वंडर फूड की श्रेणी में रखा है।
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया सहजन हमारे स्वस्थ जीवन के लिए संजीविनी का काम करता है। सहजन एवं उसकी पत्तियों का इस्तेमाल अलग अलग तरीकों से किया जा सकता है। तथा यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है।
एनीमिया या रक्तअल्पता से ग्रसित लोगों के लिए यह रामबाण इलाज है। प्रतिदिन 100 ग्राम सहजन की पत्ती का सेवन करके रक्तअल्पता से निजत पायी जा सकती है। सहजन की पत्तियों में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है। तथा यह सहजता से सभी जगह उपलब्ध होता है। अगर व्यक्ति एक माह तक सहजन की पत्ती का उपयोग अपने भोजन में करे तो रक्त की कमी दूर की जा सकती है।
