पटना-19 दिसंबर। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकीय सुविधाओं को बेहतर बनाया जा रहा हैं। केंद्र पर चिकित्सकों,परिचारिकाओं और कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसी के तहत 89 मेडिकल ऑफिसर की संविदा के आधार पर नियुक्ति की गई है।
उन्होंने कहा कि सभी नवनियुक्त मेडिकल ऑफिसरों को 31 दिसंबर तक अपने-अपने आवंटित जिलों में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। मंगल पांडेय ने कहा कि शहरी क्षेत्र में रहने वाले स्लम इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत चयनित शहरों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। फिलहाल,प्रदेश में 104 केंद्र संचालित हैं। इसकी संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है ताकि शहरी इलाके के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुगमतापूर्वक और शीघ्र इलाज मुहैया हो सके।
मंत्री ने कहा कि केंद्र में सामान्य ओपीडी, प्रसव पूर्व जांच, ब्लड प्रेशर, पैथोलॉजिकल जांच,दवाइयां और परिवार नियोजन की सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। यहां पर मरीजों को इलाज और दवाइयां मुफ्त में दी जाती हैं। कोरोना काल में भी प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कोरोना से बचाव को लेकर केंद्रों को मॉडल टीकाकरण केंद्र भी बनाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र पर इलाज कराने वाले मरीजों की तादाद वर्ष दर वर्ष बढ़ती जा रही है। इसलिए शहरी इलाके के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही पहले से संचालित केंद्र सुदृढ़ किए जा रहे हैं।