मधुबनी।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर मंडल कारा रामपट्टी में 35 कैदियों मानसिक स्वास्थ्य जांच व काउंसिलिंग किया गया। इन कैदियों का काउंसिलिंग सदर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. कुणाल कौशल ने की। इस मौके पर जेल के चिकित्सक डा. प्रवीण कुमार व क्लीनिकल सायकोलाजिस्ट वैद्धनाथ कुमार भी मौजूद थे। मनोचिकित्सक डा. कुणाल कौशल ने कहा कि मेंटल स्ट्रेस, डिप्रेशन, इंजायटी से लेकर हिस्टिरिया, डिमेंशिया, फोबिया जैसी कई मानसिक बीमारियां है जो तेजी से बढ़ रही है। कोरोना काल के इस दौर में ये समस्याएं और भी बढ़ गई हैं। डा. कौशल ने बताया कि पहली बार वर्ष 1992 में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया गया था। यूनाइडेट नेशन्स के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ की पहल पर सबसे पहले इस दिन को मनाया गया था। वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ 150 से अधिक सदस्य देशों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है।