नई दिल्ली- 13 जनवरी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि साल 2027 तक लसीका फाइलेरिया (एलएफ) को देश से खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। एलएफ को खत्म करने का वैश्विक लक्ष्य साल 2030 है। उन्होंने कहा कि नए भारत में लसीका फाइलेरिया बीमारी इतिहास होनी चाहिए। इसके लिए सभी लोगों को मिलकर काम करने के साथ संकल्प करना होगा। डॉ. मांडविया ने शुक्रवार को विज्ञान भवन में लसीका फाइलेरिया को खत्म करने के लिए भारत के रोडमैप पर राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
डॉ. मांडविया ने कहा कि पांच आयामी रोडमैप के माध्यम से वैश्विक लक्ष्य से तीन साल पहले 2027 तक लसीका फाइलेरिया को खत्म करने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। भारत के लिए लसीका फाइलेरिया उपेक्षित बीमारी नहीं है बल्कि इसके उन्मूलन की दिशा में समयबद्ध तरीके से प्राथमिकता के आधार पर काम हो रहा है। देश के विविध भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक आयामों के बावजूद, हर क्षेत्र की रणनीति और भागीदारी ताकत है। डॉ. मांडविया ने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि कैसे जनभागीदारी के जरिए पोलियो मुक्त हो सकते हैं। एलएफ उन्मूलन की दिशा में विभिन्न मंत्रालय, केंद्र और राज्यों के विभाग,गैर सरकारी संगठन,निजी क्षेत्र एक साथ आगे आ सकते हैं। अपनी प्राथमिकताओं की पहचान और अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए अपना इंडिया मॉडल बनाना चाहिए।