रांची-18 सितम्बर। राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान( रिम्स )के एनाटॉमी विभाग में सोमवार को वर्ष 2023 बैच के विद्यार्थियों को शव की शपथ दिलाई गई। विभाग के प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने छात्रों को शव शपथ दिलाई, इसके तहत छात्रों ने शवों का सम्मान करने, परिवार के प्रति आभार व्यक्त करने और प्राप्त ज्ञान से समाज की सेवा करने का संकल्प लिया।
रिम्स निदेशक डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि डॉक्टरों के मानव शरीर ही पहला शिक्षक होता है। क्योंकि इनके जरिए मेडिकल छात्रों को सीखने का अवसर मिलता है।
मौके पर डीन प्रोफेसर (डॉ.) विद्यापति ने कहा कि पढ़ाई के लिए देह दान करने वाले लोग महान हैं और चिकित्सा शिक्षा की किसी भी शाखा का आधार शव विच्छेदन और शरीर रचना विज्ञान का ज्ञान है।
इस अवसर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ ए के दुबे के अनुसार डॉक्टर के लिए मानव शरीर को ही पहला शिक्षक माना जाता है, इसलिए उसकी पूजा कर शपथ ली जाती है।
उल्लेखनीय है कि रिम्स में अब तक 50 लोग देहदान का संकल्प पत्र भर चुके हैं। एनाटॉमी विभाग को पढ़ाई के लिया अब तक सात देह प्राप्त हो चुके हैं।