मधुबनी- 15 जुलाई। सिविल कोर्ट मधुबनी के अधिवक्ता समुदाय ने मंगलवार को कोर्ट परिसर से पैदल मार्च निकालकर समाहर्णलय जाकर समाप्त हुआ। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को एक मांग पत्र सौंपते हुए राज्य में अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने हाल ही में पटना में अधिवक्ता की हत्या की घटना का हवाला देते हुए इसे अधिवक्ता समाज के लिए अत्यंत पीड़ादायक बताया। मांग पत्र में अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम को जिला स्तर पर तत्काल प्रभाव से लागू करने, आर्थिक रूप से कमजोर अधिवक्ताओं के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित जीवन बीमा योजना शुरू करने और एक जिला स्तरीय निगरानी समिति गठित करने की मांग की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पुलिस और सरकारी अधिकारियों को अधिवक्ताओं के प्रति संवेदनशील बनाए जाने और हिंसा की किसी भी घटना पर सख्त कार्रवाई की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि वे न्यायिक व्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, और उनकी सुरक्षा,गरिमा एवं स्वतंत्रता की रक्षा करना शासन की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर विक्रमषिला देवी,अतुल कुमार झा,राहुल कुमार,नीतीश कुमार नाथ,संजय पासवान,रिंकी कुमारी समेत कई अधिवक्ता मौजूद थे।
