
महाघोटाला से पर्दा उठने तक चैन से नही बैठेंगे कांग्रेस कार्यकर्ताः प्रो. शीतलाम्बर
मधुबनी- 26 मार्च। जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी के द्वारा कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष,छात्रों, नौजवानों, किसानों एवं मजदूरों के मुखर आवाज राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने,मोदी सरकार के दमनात्मक कार्यवाहियों,बर्बरतापूर्ण नीतियों एवं देश बचाओ-संविधान बचाओ कार्यक्रम के तहत जिलाध्यक्ष प्रो. शीतलाम्बर झा के अध्यक्षता में एक दिवसीय सत्याग्रह संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर मूर्ति के समक्ष किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो. झा ने कहा कि आज देश में मोदी और अडानी की सरकार तानाशाही कर रही है। देश के सभी संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बना दिया गया है। देश में लोकतंत्र पर खतरा बढ़ रहा है। जिस तरह आनन-फानन में मोदी सरकार के इशारों पर लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की है। उससे यह साबित होता है कि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई एसबीआई और एलआईसी में जमा था, उसे अडानी समूह में मोदी सरकार के इशारों पर निवेश कर लाखों करोड़ रुपये डूबा दिए गए है। जिसके खिलाफ राहुल गांधी ने संसद से लेकर संसद के बाहर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर थे। जिससे भयाक्रांत होकर मोदी सरकार ने उनकी सदस्यता रद्द करवाई है। रहल गांधी के आवाज बन्द करने के उद्देश्य से क्योंकि उन्होंने महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी पर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल सिद्धांत सत्य और अहिंसा के अपनाते हुए आज सत्याग्रह कर देश के हुक्मरान को चुनौती दी है कि अभिलम्ब मोदी अडानी महाघोटाले को संयुक्त संसदीय समिति से या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से जांच कराए, ताकि इस महाघोटाले से पर्दा उठे। लेकिन मोदी सरकार जांच नही करबाना चाहती है। क्योंकि मोदी को दाल में काला है। कांग्रेस के कार्यकर्ता तबतक चुप नही बैठेंगें, जबतक जांच न हो जाय। देश के लोगो को ध्यान भटकने के लिए साजिश कर राहुल गांधी को मुकदमा दर्ज कर सजा कार्रवाई की गई है। ताकि देश से लूटकर विदेश भागे आपने पूंजीपति मित्रों को बचाया जा सके। कार्यक्रम में ज्योति झा,रहिका प्रखंड अध्यक्ष मो.सनाउल्लाह, कांग्रेस युथ अध्यक्ष शाहिद हुसैन,मीनू पाठक,उपेन्द्र यादव,मनोज कुमार मिश्र,विजय कुमार राउत,प्रो. कृष्ण कुमार झा, अकील अंजुम,मो. सबीर,अब्दुल दैयाम हासिम, पवन कुमार यादव,सत्येन्द्र पासवान,ऋषिदेव सिंह,प्रो. मीनू पाठक,नित्यानंद झा,बालेश्वर पासवान,सुरेश चंद्र झा,कौशल किशोर चोधरी,आंनद कुमार झा, बिनोद कुमार झा,अशोक प्रसाद,रणधीर सेन,सुरेन्द्र मिश्रा,शकील अख्तर, शकील अहमद,मो.अजहर गुड्डू,अविनाश झा,मुकेश कुमार झा,श्रीराम मंडल,नबल किशोर झा,सुरेन्द्र महतो,मो. रेहान,मो. जैदी, आलोक कुमार झा,कमालउद्दीन,फैजी आर्यन,मो.इम्तियाज,दशरथ झा,ग्यासउद्दीन,कौशल राजपूत,कृष्ण कुमार झा मालिक,दुर्गेश यादव,सुखदेव कैवार,सूशील झा,विशेश्वर झा,आरिफ हुसैन, राजीव शेखर झा,राज कमल सिंह,बिनय कुमार झा,धर्मनाथ यादव आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं मौजुद थे।



