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ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को तुष्टीकरण की प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं: BJP

नई दिल्ली- 12 अप्रैल। पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए ममता बनर्जी पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी बंगाल को तुष्टीकरण की प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने हिन्दुओं पर हो रहे हमले और हिंसा के लिए ममता को जिम्मेदार बताया है।

शनिवार को भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने शनिवार को कहा कि बंगाल के अंदर जो हिन्दुओं पर हमले हो रहे है, उस हिंसा को ममता बनर्जी उकसा रही हैं और समर्थन कर रही हैं।

वक्फ संशोधन बिल को जब संसद ने पारित किया तो देश में एक खुशी की लहर है, लेकिन बंगाल में स्वामी विवेकानंद, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, रविंद्रनाथ टैगोर की धरती को आज ममता बनर्जी ने एक तुष्टीकरण की प्रयोगशाला बना दिया है। एक तरफ पुलिस एसएससी घोटाले में ममता बनर्जी के सामने आने के बाद प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर लाठीचार्ज हो रहा है। दूसरी तरफ जब कट्टरपंथी भीड़ हिंदुओं पर हमला करती है तो पुलिस चुप रहती है। यहां तक ​​कि जब उन पर पत्थर फेंके जाते हैं तो भी वे जवाब नहीं देते क्योंकि ममता बनर्जी ने उन्हें हिंसा जारी रखने का निर्देश दिया है।

भाजपा मुख्यालय में आज आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदीप भंडारी ने कहा कि 5 अप्रैल के बाद ममता बनर्जी ने सार्वजनिक तौर पर बयान दिया है कि वे वक्फ संशोधन बिल का विरोध करेंगी। इसके बाद उनके करीबी सहयोगी और मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने सार्वजनिक तौर पर तनाव भड़काया और खुलेआम दावा किया कि उन्हें ममता बनर्जी का समर्थन प्राप्त है। इससे कट्टरपंथी तत्वों को साफ संदेश गया कि उन्हें खुद मुख्यमंत्री का समर्थन प्राप्त है।

भंडारी ने कहा कि ममता बनर्जी हिंसा का समर्थन, उकसावा और प्रोत्साहन कर रही हैं, यही वजह है कि पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है। अतीत में, टीएमसी के मंत्रियों ने हिंदुओं को भागीरथी नदी में फेंकने की धमकी दी है या कोलकाता को मुस्लिम बहुल शहर बनाने का दावा करते हुए बयान दिए हैं। जब हिंदुओं पर हमला किया जाता है, तो ममता बनर्जी चुप रहती हैं।जबकि

कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है, इसलिए वे इस हिंसा के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्हें कट्टरपंथी भीड़ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। ममता बनर्जी से सवाल पूछते हुए भंडारी ने कहा कि क्या बंगाल में हिंदुओं की शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी नहीं है?

ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि उनके शासन में बंगाल में हिंदुओं को सरस्वती पूजा मनाने के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ता है, रामनवमी के जुलूस निकालने के लिए भी कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ता है, यहाँ तक कि दुर्गा पूजा पंडालों पर भी हमले होते हैं। फिर भी ममता बनर्जी हिंदुओं को दोषी ठहराती हैं। ममता बनर्जी बंगाल को तुष्टीकरण की प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं।

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