भोपाल- 12 अप्रैल। मध्य प्रदेश में 16 हजार 427 प्राथमिक, तीन हजार 800 माध्यमिक और दो हजार 234 उच्च माध्यमिक श्रेणी शिक्षकों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बुधवार को अपने आवास पर आयोजित नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र सौंपे गए। साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों को पहले साल 70 फीसदी और दूसरे साल से 100 फीसदी वेतन दिए जाने की घोषणा भी की।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि पहले वे भी शिक्षक रह चुके हैं, यदि वे राजनीति में नहीं आते तो आज वह आप सभी की तरह शिक्षक की भूमिका में ही होते। मुख्यमंत्री शिवराज ने सभी नवनियुक्त शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि यदि उन्हें वक्ता बनाने में किसी का सबसे अधिक योगदान है, तो उनके गुरुओं का है। एक गुरु,महापुरुषों की श्रृंखला खड़ी कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं शुरू में बहुत शर्मिला था। स्कूल जाता था तो बोलता नहीं था, ज्यादा बात नहीं करता था। शिक्षक पाठ पढ़ाते थे, मैं बहुत धीरे-धीरे बोलता था, शरमा कर बोलता था, तब शिक्षकों ने समझाया। कई बार कहा- जोर से बोलो, अपने आप को कमजोर क्यों समझते हो, फिर मैंने धीरे-धीरे जोर से बोलना शुरू किया और एक समय ऐसा भी आया कि मेरे जैसा कोई पाठ बोलने वाला विद्यालय में नहीं था।
उन्होंने कहा कि रामचरितमानस का अर्थ करने की प्रेरणा भी मेरे गुरु रतन सिंह जी से मिली। वे कहते आज शिवराज अर्थ करेगा। शुरू में मुझे बहुत कठिनाई हुई, संकोच बहुत होता था, डर भी लगता था, इतने सारे लोगों के बीच कुछ गलत अर्थ न निकल जाए लेकिन अर्थ करते-करते मैं इतना अच्छा अर्थ करने लगा कि मेरी ख्याति गांव के बाहर फैल गई। मैं धीरे-धीरे अर्थ करते-करते मैं अच्छा वक्ता बना जो आज तक बना हुआ हूं। आप सभी के सामने खड़ा हूं और बोल रहा हूं।
सीएम शिवराज ने अपने जीवन में गुरु रतन सिंह का विशेष योगदान बताया और कहा कि आप सोचें एक गुरु चाहे तो क्या कर सकता है। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर बोला और इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद माना । साथ ही बताया कि प्रधानमंत्री के दृढ़ निर्णय के कारण ही यह संभव हो सका कि भारत में नई शिक्षा नीति आई और आज मध्य प्रदेश उस नीति को अंगीकार कर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आपका दृष्टिकोण कैसा है उस पर भावी भारत का भविष्य निर्भर है। कई हजार लोगों में से आपका चयन एक शिक्षक के रूप में हुआ है। आप एक बड़े उद्देश्य के लिए, भारत के भविष्य को गढ़ने के लिए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने नवनियुक्त शिक्षकों के हित में एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मैं पिछली सरकार की गलती को सुधार रहा हूं। अब सभी शिक्षकों को पहले साल में 70 फीसदी और दूसरे साल से 100 फीसदी वेतन दिया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से जुड़े और उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों को अपने शैक्षणिक जीवन में उत्तम कार्य करने का सारगर्भित संदेश दिया। कार्यक्रम में कुछ शिक्षकों को मुख्यमंत्री द्वारा प्रतीकस्वरूप नियुक्ति पत्र भी सौंपे गए । सुबह दस बजे शुरू हुए नवनियुक्त शिक्षकों के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के अलावा प्रदेशभर से बड़ी संख्या में नवागत शिक्षक पहुंचे।