जयपुर- 20 अगस्त। मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर (एमयूजे) में नवांगतुक छात्रों के लिए चार दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें आठ सत्रों में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने नव प्रवेशित विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं मणिपाल एजुकेशन ग्रुप के संस्थापक स्वर्गीय डॉ. टी.एम.ए. पाई को पुष्प् अर्पित करने के साथ हुई।
एमयूजे के प्रेसिडेंट प्रो. जी.के. प्रभु ने विद्यार्थियों को मूल्यपरक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को अनुशासन में जीवन जीने और भविष्य के लिए खुद को तैयार करने की सीख दी। अभिभावकों से भी अपील की कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षकों का साथ दें।
रजिस्ट्रार डॉ. नीतू भटनागर ने विगत 11 वर्षों में यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों को करीब छह करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप प्रदान की है। वर्तमान वर्ष में यूनिवर्सिटी के करीब 99 प्रतिशत विद्यार्थियो को कैंपस प्लेसमेंट के जरिए रोजगार दिया गया है।
फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. अरुण शानभाग ने छात्रों को अभियांत्रिकी के क्षेत्र में हो रहे नवाचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य निर्माण की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। विज्ञान संकाय की डीन प्रो. ललिता लेडवानी ने सभी छात्रों का स्वागत किया और उन्हें विज्ञान में सभी कोर्सों और अवसरों से परिचित कराया। फैकल्टी ऑफ डिजाइन की डीन प्रो. मधुरा यादव ने विद्यार्थियों का मणिपाल कैंपस में स्वागत किया। विधि संकाय के डीन प्रो. जयराम ई.आर. ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पाठ्यक्रमों के समयानुरूप बदलाव और इसमें अनुसंधान व संस्थागत मूल्यों को शामिल करने पर जोर दिया। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एवं कामर्स के डीन प्रो. बृजेश कुमार ने नए पाठ्यक्रम और शिक्षण पद्धति के बारे में बताया।
विद्यार्थियों को इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप स्वयं को विकसित करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने अगले 4-5 वर्षों में इंजीनियरिंग क्षेत्र में होने वाले संभावित बदलाओं के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम के अंत में डॉयरेक्टर एडमिशन डॉ. आर.के. गुप्ता ने सभी अतिथियों के साथ छात्रों और अभिभावकों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान सभी निदेशक, विभागाध्यक्ष और शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।