दुबई-23 अक्टूबर। भारत एवं पाकिस्तान की टीमें रविवार को आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के सुपर 12 चरण में अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। लगभग दो वर्षों के बाद, विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय क्रिकेट टीम बाबर आजम के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी टीम का सामना करेगा। विश्व कप में भारत का पाकिस्तान के उपर दबदबा कायम है, क्योंकि पाकिस्तानी टीम अभी तक विश्व कप में भारतीय टीम को मात नहीं दे सकी है। हालांकि, दोनों टीमों ने एक नए दृष्टिकोण के साथ टूर्नामेंट में प्रवेश किया है, जो युवा प्रतिभाओं से भरी हुई है और उन सभी को सबसे बड़े मंच पर खुद को साबित करने की भूख और उत्सुकता है। विराट की नजर प्रतिद्वंद्वियों पर भारी जीत पर होगी, जो मार्की टूर्नामेंट में भारतीय टीम को गति भी दिलाएगी। महेन्द्र सिंह धोनी की मेंटरशिप भारतीय टीम के बीच सकारात्मक मानसिकता और आत्मविश्वास को प्रतिध्वनित करने में मदद करेगी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो अभ्यास मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और राहुल चाहर जैसे युवा प्रतिभाओं का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। केएल राहुल और ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने अपना कौशल दिखाया है और सभी को प्रभावित किया है। सफेद गेंद से जसप्रीत बुमराह का काम एक बार फिर शीर्ष बल्लेबाजों को रोकना और उन्हें पवेलियन भेजना होगा। पाकिस्तान के लिए कप्तान बाबर से उनकी टीम को बड़ी उम्मीद हैं। वार्म-अप मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ 41 गेंदों में उनके द्वारा बनाए गए 50 रन भारत के लिए चेतावनी का संकेत है क्योंकि एक बार 27 वर्षीय खिलाड़ी बाबर आजम यदि लय में आते हैं तो उन्हें रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है। वर्तमान में आईसीसी टी-20 रैंकिंग में बाबर दूसरे स्थान पर हैं, उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 46.89 का औसत है। शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज के अनुभव से पाकिस्तान को लाभ होगा। पाकिस्तान सुपर लीग में 21 वर्षीय शाहीन शाह अफरीदी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, टीम को उनसे भी काफी उम्मीदें होंगी।