
बैंक ऑफ इंडिया का लाभ वित्तीय वर्ष 2022 में कई तीसरी तिमाही में पहुंचा 1,027 करोड़
पटना- 04 फरवरी। बैंक के निदेशक मंडल ने शुक्रवार, 4 फरवरी 2022 को हुई अपनी बैठक में 31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही हेतु वित्तीय परिणामों को अनुमोदित किया। बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा करते हुए तिमाही में रु 1,027 करोड़ का निवल लाभ दर्शाया है, जो वर्ष-दर-वर्ष 90.02% की वृद्धि है। आस्तियों पर प्रतिफल (आरओए) वर्ष-दर-वर्ष 23 बीपीएस वृद्धि के साथ 0.51% रहा। इक्विटी पर प्रतिफल (आरओए) वर्ष-दर-वर्ष 205 बीपीएस वृद्धि के साथ 11.59% रहा। सीआरएआर 16.66% रहा और सीईटी-1 अनुपात 13.16% रहा। निवल एनपीए अनुपात पिछली तिमाही की तुलना में 13 बीपीएस कम होकर 2.66% रहा। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 86.86% के उच्च स्तर पर रहा।
कासा जमाराशियों में वर्ष-दर-वर्ष 10.74% की वृद्धि हुई तथा कासा प्रतिशत 44.07% रहा। निवल ब्याज आय, वित्तीय वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के रु. 3,739 करोड़ की तुलना में, वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में रु. 3,408 करोड़ रही। गैर-ब्याज आय, वित्तीय वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के रु. 1,897 करोड़ की तुलना में, वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में रु. 1,835 करोड़ हो गयी। एन.आई.एम.(ग्लोबल), वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में 2.27% रहा तथा एन.आई.एम.(घरेलू), 2.51% रहा। वैश्विक कारोबार, जो दिसंबर 2020 में रु. 10,26,866 करोड़ था, वह वर्ष-दर-वर्ष 3.28% की वृद्धि के साथ बढ़कर दिसंबर 2021 में रु. 10,60,519 करोड़ हो गया। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) सितम्बर, 2021 के 17.05% तथा दिसम्बर, 2020 के 12.51% की तुलना में यथा 31.12.2021 को 16.66% रहा।
बैंक, डिजिटल बैंकिंग अपनाने वालों की संख्या में नियमित वृद्धि का साक्षी रहा है। इन्टरनेट बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की संख्या दिसंबर 2020 के 7.41 मिलियन से बढ़कर 8.18 मिलियन, मोबाइल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की संख्या दिसंबर 2020 के 3.89 मिलियन से बढ़कर 5.61 मिलियन और यूपीआई उपयोगकर्ताओं की संख्या दिसंबर 2020 के 9.01 मिलियन से बढ़कर 12.31 मिलियन हो गई है।



