पटना- 03 फरवरी। बिहार में इंटर की परीक्षा का आज तीसरा दिन था। तीसरे दिन भी रसायनशास्त्र का पेपर वायरल हुआ है। परीक्षा से 30 मिनट पहले ही ये पेपर छात्रों के पास पहुंच गया। वायरल प्रश्न पत्र और एग्जाम में दिए पेपर के पांच प्रश्न हूबहू हैं।
पटना में सेंटर के बाहर स्टूडेंट्स मोबाइल से वायरल पेपर से आंसर तैयार करते दिखे थे। ये एग्जाम सुबह साढ़े में बजे शुरू हुई थी। साढ़े 12 बजे पेपर खत्म होने के बाद 5 सवालों के मैच होने की पुष्टि हुई है। जिस समूह में ये पेपर वायरल हुआ उसमें लिखा था कि मैं अपनी बात का पक्का हूं। आप लोगों को बोला था 8.53 बजे पब्लिक ग्रुप में मैं प्रश्न पत्र दूंगा। 8.20 बजे प्राइवेट ग्रुप में दूंगा। पब्लिक ग्रुप में जो मेंबर्स हैं वो अनपेड मेंबर्स हैं। वहीं, प्राइवेट ग्रुप में केवल पेड मेंबर्स को रखा गया है। आर्ट्स वाले स्टूडेंट्स जो पेमेंट करना चाहते हैं वो @mrkappore आर्ट्स का पेपर 12 बजे आएगा।
परीक्षा देकर निकले छात्रों में इसको लेकर काफी गुस्सा देखा गया। छात्रों का कहना है कि ये बिहार बोर्ड की गलती है। बिहार में पूरा सिस्टम भ्रष्ट हो चुका है। सरकार एक परीक्षा भी ठीक से नहीं करवा पा रही है। बीपीएससी-बीएसएससी के पेपर भी लीक हुए। ये पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
पटना में सेंटर के बाहर मोबाइल से वायरल पेपर से आंसर तैयार कर रहे छात्र ने बताया कि ये पेपर उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप से मिला था। भेजने वाले ने कहा था कि ये वही पेपर है जो अंदर एग्जाम में आएगा।
बोर्ड ने साधी चुप्पी—
जब वायरल हो रहे क्वेश्चन पेपर और एग्जाम में मिले क्वेश्चन पेपर को मिलाया तो दोनों के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (सब्जेक्टिव) जो 15 मार्क्स के होते हैं वह पूरी तरह से मैच कर रहे थे। इसके बाद जब बिहार बोर्ड के अधिकारियों से बात कर इस विषय पर उनकी राय जानने की कोशिश की तो उन्होंने इस बात पर चुप्पी साधे हुए कुछ नहीं कहने की बात कही है।
पहले दिन 68 और दूसरे दिन 100 नकलची धराए
बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के पहले दिन पहली पाली में गणित और दूसरी पाली में हिंदी की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें दोनों पालियों को मिलाकर कुल 68 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। पहले दिन वॉट्सऐप ग्रुप में फेक प्रश्न पत्र धड़ल्ले से वायरल होने लगा था। वहीं, दूसरे दिन पहली पाली में फिजिक्स और दूसरी पाली में इंग्लिश की परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें दोनों पालियों को मिलाकर कुल 100 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया।
उल्लेखनीय है कि बिहार बोर्ड इंटर एग्जाम एक फरवरी से शुरू हो चुकी है। इसमें 6,36,432 छात्राएं और 6,81,795 छात्र सहित कुल 13,18,227 विद्यार्थी शामिल हैं। इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्राओं की संख्या छात्रों की तुलना में ज्यादा हैं। पटना जिले में 41,593 छात्राएं और 38,048 छात्र सहित कुल 79, 641 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। पटना जिले में इस एग्जाम के लिए कुल 80 एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं।