
बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव का डिप्रेशन, तूफान बनने की संभावना
कानपुर- 14 नवम्बर। अक्टूबर के महीने में शांत रहने के बाद बंगाल की खाड़ी में नवम्बर में एक बार फिर समुद्री गतिविधियां सक्रिय हो चली हैं। नवम्बर में पहला डिप्रेशन बंगाल की खाड़ी में बना तथा उसने चेन्नई सहित तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश में भारी बारिश दी। अब एक बार फिर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिणी अंडमान समुद्र में बनने वाला है जो पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए 15 नवम्बर तक डिप्रेशन बन जाएगा। इस समय बंगाल की खाड़ी में समुद्री सतह के तापमान समुद्री तूफान बनने के लिए अनुकूल है। इससे कानपुर परिक्षेत्र में तापमान गिरेगा और सर्दी में इजाफा होगी। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि समुद्री गतिविधियों से बना यह डिप्रेशन आंध्र प्रदेश स्टेट की तरफ आगे बढ़ेगा और हो सकता है यह धूप डिप्रेशन में भी तब्दील हो जाए। यह डिप्रेशन भारत के स्टेट की तरफ तेजी से आगे बढ़ेगा इसलिए इसे समुद्र में अधिक समय तक रहने का अवसर प्राप्त नहीं होगा। इसलिए इसके समुद्री तूफान में तब्दील होने की संभावना कम नजर आ रही है। परंतु इस क्लाइमेट उसके ऊपर नजर रखे हुए हैं तथा इसके बारे में समय-समय पर जानकारी देता रहेगा। अगर यहां समुद्री तूफान में तब्दील नहीं भी होता तो भी वहां डिप्रेशन या धूप डिप्रेशन के रूप में अंडमान निकोबार दीप समूह में 15 नवंबर तक भारी बारिश दे सकता है। 16 से 18 नवंबर के बीच इसका प्रभाव आंध्रप्रदेश के तटों सहित पश्चिमी उड़ीसा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ तथा तेलंगाना में देखा जाएगा तथा इन जगहों पर भारी से भारी बारिश हो सकती है। 15 से 17 नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश तथा वर्षा के तट पर हवा की रफ्तार तेज रहेगी तथा समुद्र में लहरें भी ऊंची हो सकती है।
देश भर में इस तरह बना मौसमी सिस्टम—
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु पर बना हुआ कम दबाव अब कमजोर हो गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु और कर्नाटक के आस-पास के हिस्सों में औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु पर बने चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा आंध्र प्रदेश के तट से होते हुए उत्तर तटीय ओडिशा तक फैली हुई है। एक चक्रवाती परिसंचरण थाईलैंड और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर है, यह औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है।



