
प्राकृतिक आपदा के खतरे कम करने के लिए अभिनव रणनीतियों की जरूरत: अमित शाह
नई दिल्ली- 20 अप्रैल। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को आपात स्थितियों के निवारण और रोकथाम के लिए उत्तरदायी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विभाग प्रमुखों की एक बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न खतरों को कम करने के लिए हमें अभिनव रणनीतियों की जरूरत है।
अमित शाह ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में एससीओ क्षेत्र को भारी आर्थिक नुकसान वाली भीषण प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा है और दुनिया में कई जगहों पर जलवायु परिवर्तन के कारण आए सूखा, बाढ़, तूफान और समुद्र के जलस्तर में वृद्धि से भारी तबाही हुई है और यह वैश्विक विकास के प्रति एक गंभीर खतरा बन गया है। इन प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न खतरों को कम करने के लिए हमें अभिनव रणनीतियों की जरूरत है। जिससे अपने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित विश्व का निर्माण संभव हो।
शाह ने कहा कि इस बैठक से सदस्य देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत नए अवसरों का पता लगाने और उनका पूरा लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और वैश्विक मंच पर एससीओ की भूमिका बढ़ाने में अपने अनुभवों को साझा करने के लिए इच्छुक है।
शाह ने कहा कि भारत पूरे विश्व को एक परिवार मानता है। इसी भावना के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत दूसरे देशों के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहा है। चाहे वह नेपाल में वर्ष 2015 में आया भूकंप रहा हो या फिर तुर्की में आए भूकंप की बात हो, भारत मानव सेवा में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से काम करता रहा है।