दरभंगा- 04 मई। पारस ग्लोबल अस्पताल में गुरूवार को आउटरीच ओपीडी में पटना के पारस एचएमआरआई के कैंसर विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (एचओडी) डॉ. अभिषेक आनंद, कार्डियक सर्जन व सीटीवीएस कंसल्टेंट डॉ. धीरज कुमार सांडिल्य और डॉ. प्रभात कुमार ने 25 मरीजों का इलाज किया। इस दौरान ओपीडी में आए मरीजों की जांच की गई और उन्हें कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। मौके पर पारस ग्लोबल के यूनिट हेड डॉ. अरूणेश रमण भी मौजूद रहे।
आउटरीच ओपीडी के बाद कैंसर विभाग के प्रमुख (एचओडी) डॉ. अभिषेक आनंद ने कहा “जिन मरीजों में कैंसर के लक्षण पाए गये या जिन्हें इस प्रकार की बीमारी है, उन्हें उचित इलाज के साथ समय-समय पर जांच कराने की सलाह दी ताकि बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सके। शुरूआती लक्षण का पता चलने पर कैंसर को सौ फीसदी ठीक किया जा सकता है, लेकिन बीमारी गंभीर होने पर समस्या जटिल होती जाती है। इसलिए ऐसे मरीजों को समय-समय पर आवश्यक जांच व अन्य दवाएं लेते रहने का सुझाव दिया।
कार्डियक सर्जन डॉ. धीरज कुमार सांडिल्य ने कहा “सुदूर इलाके के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इस आउटरीच ओपीडी का आयोजन किया गया। मरीजों की जांच के दौरान कई सुझाव दिया । गंभीर लक्षण वाले मरीजों को कुछ आवश्यक जांच की सलाह दी । साथ ही उन्हें समय-समय पर कुछ जरूरी दवाएं लेने के सुझाव दिया। पारस ग्लोबल के यूनिट हेड डॉ. अरूणेश रमण ने कहा “मिथिला और कोसी क्षेत्र के मरीजों को कम खर्च में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पारस ग्लोबल अस्पताल प्रतिबद्ध है और इसी को लेकर आउटरीच ओपीडी प्रोग्राम का आयोजन किया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ डॉ. प्रभात कुमार ने ओपीडी में 25 मरीजों का इलाज किया और उन्हें महत्वपूर्ण सुझाव दिया। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना ही पारस ग्लोबल अस्पताल का उद्देश्य है और अपने उद्देश्य में यह अस्पताल सौ फीसदी खरा साबित हो रहा है”। पारस हेल्थकेयर ईस्ट के रीजनल डाइरेक्टर श्री राजीव भंडारी ने कहा कि आज के दौर में कैंसर और हृदय रोग की समस्या गंभीर होती जा रही है। खान-पान के प्रति हमारी लापरवाही इसका एक कारण है। पारस ग्लोबल का उद्देश्य ऐसे बीमारियों से ग्रसित हो चुके लोगों को विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध कराना है ताकि उन्हें इससे छूटकारा मिले। साथ ही लोगों को जागरूक करना भी हमारा उद्देश्य है। इसी उद्देश्य से आउटरीच ओपीडी और सीएमई प्रोग्राम का आयोजन यहां किया गया। विशेषज्ञ चिकित्सक बीमारी की चपेट में आ चुके लोगों के इलाज के साथ आमजन को जागरूक भी कर रहे हैं कि कैसे इन गंभीर बीमारियों से बचा जाय। आउटरीच ओपीडी के बाद डॉक्टर टू डॉक्टर मीट कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें कई नामचीन चिकित्सकों को आमंत्रित किया गया। यह कार्यक्रम सीएमई (कंटीन्यू मेडिकल एजुकेशन) के तहत आयोजित किया गया।
पारस अस्पताल के बारे में 100 बिस्तरों वाले पारस ग्लोबल अस्पतालए दरभंगा में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधाए तृतीयक और चतुर्धातुक देखभालए उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञताए बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।