
नेपाल में ‘प्रचंड’ ने केपी शर्मा ओली की पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का किया ऐलान
काठमांडू- 24 फरवरी। नेपाल में पुष्प कमल दहल प्रचंड ने केपी शर्मा ओली की पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है। सत्तारूढ़ दल सीपीएन (एमसी) ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी गठबंधन के प्रमुख दल नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला करने के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन को तोड़ दिया।
शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री आवास बालुवाटार में हुई बैठक में शामिल हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष पूर्ण बहादुर खड़का ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस और सीपीएन (एमसी) समेत आठ दलों ने यह फैसला लिया है।
बैठक में सीपीएन (एमसी), जनता समाजवादी पार्टी, जनमत पार्टी, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने भाग लिया। इस बैठक में नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (यूएस), डेमोक्रेटिक समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जन मोर्चा दल के नेता भी मौजूद रहे।
बैठक में प्रधानमंत्री और सीपीएन (एमसी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड ने राष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार को समर्थन देने का प्रस्ताव रखा। सीपीएन (यूएस) के नेता प्रकाश ज्वाला ने बताया कि सभी पार्टियों ने इसपर सहमति जताई है। बैठक में प्रचंड ने कहा कि आज से एक नई राजनीतिक यात्रा शुरू हुई है।
सत्तारूढ़ गठबंधन की सीपीएन यूएमएल, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी अलग अलग लाइन पर खड़ी है। यूएमएल अब सरकार से अलग होने की तैयारी कर रही है। यूएमएल नेता पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने बताया कि इस पर फैसला शनिवार को लिया जाएगा।
इससे पहले, प्रचंड ने राष्ट्रीय सहमति से ओली को राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, ओली ने जवाब दिया कि अतीत में उनके साथ जो समझौता हुआ था, उस पर वो अडिग हैं। इसके बाद प्रचंड ने बालुवाटार में विपक्ष को भी समेटकर बैठक बुलाई और राष्ट्रपति पद पर निर्णय लिया।
दरअसल कांग्रेस के उम्मीदवार को ही राष्ट्रपति पद पर ठोस माना जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रकाशरण महत ने बताया कि कल के बैठक में प्रत्याशी नाम पर फैसला लिया जाएगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौडेल को उम्मीदवार बनाये जाने की प्रबल संभावना है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कृष्ण प्रसाद सिटौला भी दावेदार हैं।



