
नीतीश कुमार बिना सिद्धांत वाले, चोर दरवाजे से मुख्यमंत्री बन बैठे हैं: लालू
भागलपुर-27 अक्टूबर। तारापुर विधानसभा से राजद प्रत्याशी अरुण कुमार साह के पक्ष में ईदगाह मैदान गाजीपुर तारापुर में आयोजित चुनावी सभा को बुधवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने संबोधित किया। सभा को लालू यादव ने अपने चिर-परिचित अंदाज में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिना सिद्धांत वाला आदमी है। नीतीश जी बोले थे कि मिट्टी में मिल जाएंगे भाजपा में नहीं जाएंगे लेकिन आज चोर दरवाजे से मुख्यमंत्री बन बैठे हैं। लालू यादव ने कहा कि तारापुर विधानसभा चुनाव जनता और सरकार का चुनाव है। जनता की जीत होगी।
लालू यादव ने कहा असरगंज और टेटिया बंबर को मैने प्रखंड बनाया। तारापुर एवं खडगपुर अनुमंडल और मुंगेर कमिश्नरी हमने बनवाया। लालू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के 15 लाख देने के बाद क्या हुआ। शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट हो गया है। जब मैं रेल मंत्री था तो रेलवे जर्सी गाय थी। मेरे समय में रेलवे को मैंने 5000 करोड़ मुनाफा दिया। आज रेल घाटे में चल रहा है। रेल, एयरपोर्ट, एलआईसी आदि पचास संस्थान को पूंजीपतियों के हाथों में बेच दिया गया। सांप्रदायिक शक्तियों एवं भाजपा के सामने मैं कभी नहीं झुका। आडवाणी के रथ को रोका एवं उसे मसानजोर जेल भेजा। भाजपा गांधी के हत्यारे गोडसे की पार्टी है। तीसरे नंबर की पार्टी का आज मुख्यमंत्री बनकर बैठा है। जातिगत जनगणना की लड़ाई को तेज करना है। विशेष राज्य का दर्जा क्या हुआ। घर-घर दारू बिक रहा है। चूहा थाने में दारु पी रहा है। लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी ने पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार का पसीना छोड़ा दिया। अब इस सरकार का विसरै मैं करूंगा। लालू यादव ने पुराने अंदाज में कहा कि “लागल लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता पहुंच गेल ” नीतीश कुमार जिधर देखता है पूरी उधर जाता है घुरी। यह पलटूराम है। तेजस्वी यादव ने कहा कि दोनों विधानसभा उपचुनाव में राजद प्रत्याशी की जीत होती है तो बहुत जल्द राष्ट्रीय जनता दल सरकार बनाएगी और युवाओं को दस लाख सरकारी नौकरी दिया जाएगा। सीएजी की रिपोर्ट में सरकार के खजाने से 2 हजार करोड़ों रुपए खर्च किया गया। इसका हिसाब सरकार नहीं दे पा रही है। डबल इंजन की सरकार में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गया है। डीजल, पेट्रोल, गैस, सरसों तेल कीमत बेतहाशा बढ़ी है। किसानों को अनाज का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहाहै। प्रखंड से जिला और राज्य तक भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। अपराध का ग्राफ बढ़ा है। विकास के पैसे घोटाले में जा रहा है।



