नई दिल्ली- 25 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार भविष्योन्मुखी फैसले लेते हुए देश के युवाओं को उद्योगों की जरूरत के अनुरूप कौशल प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षा और कौशल दोनों पर बराबर जोर दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को ‘युवा शक्ति का उपयोगः कौशल और शिक्षा’ विषय पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान बजट ने शिक्षा क्षेत्र की बुनियाद को मजबूत करने का काम किया है। अब इसे अधिक व्यावहारिक और उद्योगों के अनुरूप बनाया जा रहा है। नई शिक्षा नीति में शिक्षा और कौशल दोनों पर बराबर जोर दिया जा रहा है। भविष्योन्मुखी फैसले जैसे वर्चुअल लैप और राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी सम्पूर्ण शिक्षा क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाएंगे। केंद्र सरकार प्रयास कर रही है कि छात्रों को क्लासरूम से बाहर का अनुभव प्राप्त हो इसके लिए इंटर्नशिप और प्रशिक्षण मुहैया कराया जा रहा है। राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 50 लाख युवाओं को वजीफे का प्रावधान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार इंडस्ट्री-4 से जुड़े कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, एलओटी और ड्रोन से जुड़े कौशल जरूरतों को पूरा करने के लिए युवाओं को तैयार कर रही है। उल्लेखनीय है कि यह वेबिनार केंद्रीय बजट-2023 में घोषित पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विचारों और सुझावों की तलाश के लिए सरकार द्वारा आयोजित 12 पोस्ट-बजट वेबिनार की शृंखला में से तीसरा है।