क्राइम

नई दिल्ली:- फ्लैट का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी, 2 गिरफ्तार

नई दिल्ली- 20 जनवरी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट-1 ने फ्लैट का सपना दिखाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान पवन भड़ाना और रवि कुमार के रूप में की गई है। यह लोग लग्जरी अपार्टमेंट में पैसे लगाने के नाम पर लोगों से पैसे एकत्रित करते और फरार हो जाते। इनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी पुलिस की तरफ से घोषित था।

अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त धीरज कुमार के अनुसार, वांछित चल रहे अपराधियों की तलाश अपराध शाखा टीम द्वारा की जा रही थी। इस दौरान उन्हें पता चला कि पवन भड़ाना और रवि कुमार शुक्ला लंबे समय से फरार चल रहे हैं। ठगी के मामले में पुलिस को उनकी तलाश है। वह गाजियाबाद और नोएडा के अलग-अलग इलाकों में छिपकर रह रहे हैं। इस जानकारी पर डीसीपी मोनिका भारद्वाज की देखरेख में एसीपी राजकुमार शाह और इंस्पेक्टर राजीव कक्कड़ की टीम ने पवन भड़ाना और रवि कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ के दौरान पवन भड़ाना ने पुलिस को बताया कि 2006 में उसने रियल एस्टेट ब्रोकर का काम शुरू किया था। उसने कई कंपनियां खोली और दिल्ली एनसीआर में कई प्रोजेक्ट में बुकिंग शुरू की। इस दौरान ड्रीम लैंड प्रमोटर्स एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड का एक प्रोजेक्ट उसने लांच किया। क्रॉसिंग रिपब्लिक गाजियाबाद में यह प्रोजेक्ट बनना था।

उसने लोगों से इस प्रोजेक्ट में पैसे लगाने के लिए कहा। उसने यहां पर लगभग दो करोड़ रुपए लोगों से एकत्रित किए और कंपनी बंद कर फरार हो गया। उसके खिलाफ रणहौला, सरिता विहार, नजफगढ़ आदि थानों में मामले दर्ज हो रखे हैं। पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने मोबाइल बदलता रहता था।

दूसरा आरोपित रवि कुमार शुक्ला उसकी कंपनी में काम करता था। वह ऑपरेशन मैनेजर था। वह भी इस ठगी में शामिल था। इस कंपनी के लिए ग्राहकों को झांसे में लेना उसकी जिम्मेदारी होती थी। वह मुम्बई का रहने वाला है और 2010 से रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ा हुआ है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह भी फरार चल रहा था।

गिरफ्तार किया गया पवन भड़ाना उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसके पिता किसान हैं। वह रियल एस्टेट डेवलपर बनना चाहता था। इसलिए उसने रियल स्टेट फर्म के ब्रोकर के तौर पर काम शुरू किया। उसने अलग-अलग कंपनियों के नाम पर लोगों से पैसे एकत्रित किया और फरार हो गया था। पवन भड़ाना के खिलाफ 2014 में नजफगढ़, 2016 में सरिता विहार और 2017 में रणहौला थाने में मामले दर्ज है। इनमें से नजफगढ़ के मामले में उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है जबकि सरिता विहार और रणहौला के मामले में उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है।

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