नई दिल्ली- 24 फरवरी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया भर में हर पांच जेनेरिक दवाइयों में से एक का उत्पादन भारत में होता है। पिछले 8 वर्षों में जन औषधि केंद्रों की संख्या में 100 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। जन औषधि केंद्र बाजार मूल्य से 50 प्रतिशत – 80 प्रतिशत कम कीमत पर जनता को जेनेरिक दवाएं प्रदान करते हैं। प्रतिदिन औसतन 12 लाख लोग जन औषधि आउटलेट्स पर जाते हैं। डॉ. मनसुख मांडविया विदेश मंत्रालय और फार्मास्युटिकल्स विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) कार्यक्रम पर ग्लोबल साउथ में लगभग 100 भागीदार देशों के मिशन प्रमुखों के एक इंटरैक्टिव सत्र को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भी मौजूद थे।
इस मौके पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भागीदार देशों को पीएमबीजेपी जैसी सार्वजनिक केंद्रित योजनाओं को स्थापित करने और लागू करने में मदद करने के लिए सभी आवश्यक सहायता की पेशकश की।