
दहेज केस में डांसर सपना चौधरी हुईं पलवल थाने में पेश
पलवल- 18 फरवरी। हरियाणा की मशहूर डांसर सपना चौधरी का हमेशा से विवादों से नाता रहा है। इस बार वह अपने भाई की पत्नी द्वारा दहेज उत्पीड़न, मारपीट तथा अप्राकृतिक मैथुन आदि विभिन्न धाराओं में दर्ज एफआईआर के कारण चर्चा में आई हैं। सपना चौधरी और उसके भाई करण सहित मां नीलम पर दहेज मांगने और मारपीट करने व भाई पर अप्राकृतिक यौन शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। करीब 25 दिनों तक पुलिस से आंख मिचौली करने के बाद ये तीनों शनिवार को पुलिस के सामने पेश हुए।
शिकायत करने वाली सपना चौधरी की भाभी तथा उसके परिजन भी डीएसपी के सामने मौजूद रहे। दोनों पक्षों ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। इस मामले में तफ्तीश आगे चलती रहेगी। फिलहाल पुलिस ने सपना चौधरी और उसकी मां नीलम को दोषमुक्त माना है। जबकि उसके भाई करण को पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार इन पर आरोप है कि इन्होंने दहेज में क्रेटा कार की मांग भी की थी। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच में शामिल कर सपना चौधरी और उनकी मां नीलम को जाने दिया। हालांकि सपना ने मीडिया के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
क्या है मामला ?
पलवल की रहने वाली सपना चौधरी की भाभी ने महिला थाने में दी शिकायत में कहा है कि वर्ष 2018 में उसकी शादी नजफगढ़ (दिल्ली) के रहने वाले सपना चौधरी के भाई करण के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था और उसके साथ कई बार मारपीट की गई। लेकिन जब उसे बेटी हुई तो उसके ससुराल वालों ने बेटी के छूछक में क्रेटा गाड़ी की मांग करने लगे। उनके पिता ने 3 लाख नकद व सोना-चांदी कपड़े दिए। इसके बावजूद भी ससुराल उसे क्रेटा गाड़ी लाने के लिए प्रताड़ित करते रहे। 26 मई 2020 को उसके पति ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए। करीब 6 महीने पहले वह अपने पिता के घर पलवल आ गई। जिसकी शिकायत उन्होंने महिला थाना पुलिस को दी। महिला थाना पुलिस के द्वारा इसमें पीड़िता के पति करण, ननंद सपना चौधरी व माता नीलम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
पिछले महीने 25 जनवरी को महिला थाने में दर्ज मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। डीएसपी सतेंदर कुमार ने बताया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइंस के अनुसार पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। आरोप तय होने पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।



