भारत

जून अंत तक देश के सभी राज्यों में दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन: अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली- 02 जून। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमी हाई स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ को मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि इसी जून के महीने में देश के सभी राज्यों को वंदे भारत ट्रेन से कवर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया के केवल आठ देशों के पास वंदे भारत जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन को बनाने की क्षमता है।

नरेन्द्र मोदी की सरकार के नौ साल पूरे होने पर रेल मंत्रालय की उपलब्धियों को गिनवाते हुए अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि साल 2014 के बाद भारत में बड़ा बदलाव आया है। खासकर रेलवे सेक्टर पहले से कहीं ज्यादा बदल रहा है। आज रेलवे की व्यवस्था यात्रियों के लिए ज्यादा सुविधाजनक है, ट्रेनों में विश्वस्तरीय सुविधाएं हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक विश्वस्तरीय ट्रेन बन चुकी है। 160-180 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ने वाली ऐसी ट्रेन के बारे में कभी सोचा भी नहीं गया था। उस गति पर ट्रेन को डिजाइन किया गया है। दुनिया के केवल आठ देशों के पास ऐसी ट्रेन को डिजायन और बनाने की क्षमता है। वैष्णव ने कहा कि अभी जून के महीने में देश के सभी राज्यों को वंदे भारत ट्रेन से कवर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले नॉर्थ-ईस्ट तक सरकारी योजनाएं सबसे अंत में मिलती थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काल में इस सोच में बदलाव आया है। नॉर्थ-ईस्ट को भी देश के साथ ही वंदे भारत की सुविधा मिली है। उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड को भी जल्द ही वंदे भारत ट्रेन मिलेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे अगले साल के मध्य तक देश के 200 शहरों को कवर करने के लक्ष्य पर काम कर रही है।

कई देशों की ट्रेनों के मुकाबले वंदे भारत ट्रेन काे अधिक आरामदायक बताते हुए उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान वंदे भारत ट्रेन में पानी का गिलास अन्य देशों के मुकाबले कम हिलता है।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले, कुल 21,000 किलोमीटर रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया गया था, जबकि पिछले 9 वर्षों में यह संख्या 37,000 किलोमीटर तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि आज करीब 800 करोड़ लोग सालाना ट्रेन से यात्रा करते हैं, 250 करोड़ लोग सड़क से यात्रा करते हैं और 30 करोड़ लोग हवाई यात्रा करते हैं। साल 2014 में औसतन 4 किमी. प्रतिदिन रेलवे ट्रैक लगाए जा रहे थे जबकि आज औसतन 14 किमी. प्रतिदिन रेलवे ट्रैक लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में जिस तरह से रेलवे के हर क्षेत्र में रिफॉर्म किया गया है, उसका परिणाम आज दिखाई दे रहा है।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेलिकॉम टेक्नॉलजी के लिए भारत हमेशा दुनिया पर निर्भर करता था लेकिन आज ‘मेड इन इंडिया’ के कारण दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में भारत की तकनीक का निर्यात हो रहा है।

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