नई दिल्ली- 18 सितंबर। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने जी-20 के सफल आयोजन के लिए देशवासियों को बधाई देते हुए आज कहा कि इससे भारत का विश्व में सम्मान बढ़ा है। इस शिखर सम्मेलन के परिणाम परिवर्तनकारी हैं और आने वाले दशकों में वैश्विक व्यवस्था को नया आकार देने में योगदान देंगे।
धनखड़ ने सोमवार को संसद के विशेष सत्र के दौरान राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली के राजघाट पर विश्व नेताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। यह एक अद्भुत दृश्य था। दुनिया के नेता शांति और अहिंसा के सार्वभौमिक आदर्शों का समर्थन करने वहां पहुंचे थे।
धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 समिट के दौरान अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में सुधारों को लेकर आवाज उठाई। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को बदलते समय के अनुरूप ढालने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में सुधार, डिजिटल बुनियादी ढांचे की स्थापना और हरित विकास समझौते को बढ़ावा देने की बात की।
धनखड़ ने कहा कि जी-20 के दौरान ऊर्जावान, वैश्विक अर्थव्यवस्था, विस्तारित पर्यटन, वैश्विक कार्यक्षेत्र, बाजरा उत्पादन और खपत के माध्यम से मजबूत खाद्य सुरक्षा, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं का मानचित्रण, एमएसएमई के लिए समर्थन और जैव ईंधन के प्रति गहरी प्रतिबद्धता पर सम्मेलन का विशेष ध्यान रहा। जी-20 में भारत ने हमेशा ”वसुधैव कुटुंबकम” की भावना को आगे रखा, जिसको दुनिया के देशों ने स्वीकार भी किया। धनखड़ ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर एक महत्वपूर्ण फैसला रहा। साथ ही वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन भारत की जी-20 अध्यक्षता के प्राथमिकताओं में से एक रहा है। पूरे आयोजन के दौरान जलवायु संबंधी मुद्दों से निपटने में भारत का नेतृत्व स्पष्ट दिखा। यह आयोजन दुनिया को एक परिवार की तरह रहने के लिए प्रेरित करता रहेगा।