वाराणसी- 12 जनवरी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि जब रामलला बुलाएंगे तो वे अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन करने जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने से शंकराचार्य ने भी मना कर दिया है। पूरा देश शंकराचार्य का सम्मान करता है। ऐसे में डर ये है कि भाजपा शंकराचार्य को भी कहीं हिन्दू और सनातन विरोधी ना घोषित कर दे।
अखिलेश यादव पार्टी के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड़ पहलवान के लोहता भट्टी स्थित आवास पर उनकी मां के निधन पर शोक जताने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकसित भारत की बात करते हैं, लेकिन न तो किसानों की आय दोगुनी हुई और न युवाओं को रोजगार मिल रहा। महंगाई और भ्रष्टाचार से सभी लोग परेशान हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इवेंट के जरिए अपनी नाकामियों को छिपाने में लगी है। उन्होंने आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ गैंगरेप को लेकर भी भाजपा सरकार पर हमला बोला। सपा अध्यक्ष ने कहा कि तीनों आरोपितों के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर है। उन्होंने कहा कि आप किसी भी मोहल्ले में चले जाइए समाजवादियों का दिया लैपटॉप आज भी चल रहा है।
अखिलेश सिगरा स्थित पार्टी के नेता आनंद मोहन गुड्डू के घर भी गए। सपा मुखिया ने सपा नेता के पिता के निधन पर शोक जताया और उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। परिजनों से बातचीत में सपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में दो बार यहां आया तब बाबूजी राम अधार यादव से मुलाकात हुई थी। बातचीत में वह नेताजी (मुलायम सिंह) से जुड़े पुराने प्रसंग सुनाते थे। आज हम ऐसे समय यहां आये हैं जब उनका साथ छूट चुका है। वह हम सभी के बीच नहीं हैं। सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक राम अधार यादव (82 वर्ष) का पिछले माह निधन हो गया था।