
चीन सीमा पर बनेंगी 200 सीमा ‘इंटेलिजेंस’ पोस्ट, खुफिया अधिकारी होंगे तैनात
नई दिल्ली- 03 अक्टूबर। चीन सीमा पर लगभग 200 बॉर्डर ‘इंटेलिजेंस’ पोस्ट (बीआईपी) स्थापित होंगी जिसकी मंजूरी केंद्र सरकार ने दे दी है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर इन चौकियों का संचालन भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियां करेंगी, जिनमें रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), इंटेलिजेंस ब्यूरो और भारत की तकनीकी खुफिया एजेंसी नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ) के अधिकारी शामिल होंगे। इन नई चौकियों को स्थापित करने का मकसद चीन सीमा की सुरक्षा-व्यवस्था को और ज्यादा चौकस बनाना है।
रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बॉर्डर ‘इंटेलिजेंस’ पोस्ट (बीआईपी) में सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अलावा राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ), इंटेलिजेंस ब्यूरो, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) जैसी एजेंसियों के खुफिया अधिकारी तैनात होंगे। इनका मुख्य कार्य एलएसी से इनपुट इकट्ठा करने के अलावा चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की किसी भी असामान्य गतिविधि पर नजर रखना होगा। केंद्र सरकार ने अपने सैन्य और हथियारों के निर्माण सहित चीन की गतिविधियों के साथ ही घुसपैठ के प्रयासों पर नजर रखने के लिए इन सीमा खुफिया चौकियों को मंजूरी दी है, लेकिन इसके बजट का खुलासा नहीं किया गया है।
इन ख़ुफ़िया चौकियों को आईटीबीपी की सीमा चौकियों (बीओपी) के साथ बनाया जाएगा, जिसमें 4-5 खुफिया अधिकारी नवीनतम निगरानी उपकरण के साथ तैनात होंगे। वे किसी भी असामान्य गतिविधि के संबंध में सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगे। मौजूदा समय में लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक भारत-चीन सीमा पर आईटीबीपी की 180 से अधिक बीओपी हैं। सरकार ने इस साल की शुरुआत में एलएसी पर 47 अतिरिक्त सीमा चौकियों और सीमा सुरक्षा बल के 12 स्टेजिंग शिविरों को भी मंजूरी दी थी,जिन्हें ‘हिमवीर’ भी कहा जाता है। इसके लिए 9,400 कर्मियों को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है।