नई दिल्ली- 29 अगस्त। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने “लेट्स मूव फॉरवर्ड” नामक एक उपन्यास कॉमिक बुक लॉन्च की। यह पुस्तक 11 भाषाओं में उपलब्ध होगी। कार्यक्रम मंगलवार को यहां कौशल भवन में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूली शिक्षा शिक्षा एवं साक्षरता सचिव संजय कुमार, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव अतुल कुमार तिवारी, एनसीईआरटी निदेशक डॉ. दिनेश प्रसाद सकलानी, शिक्षा मंत्रालय और यूनेस्को के अधिकारी और छात्र भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह पुस्तक छात्रों को अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण पर मुख्य ध्यान देने के साथ कहानी कहने के माध्यम से उनका मनोरंजन करते हुए समग्र कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण संदेश देने में कहानियों के महत्व पर भी जोर दिया और उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह की और अधिक कॉमिक पुस्तकें विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव और कल्याण विकसित करने के लिए अच्छी कहानियां बेहद महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने भारत की जी-20 अध्यक्षता के समय यूनेस्को के साथ साझेदारी के महत्व और एफएलएन के विषय का भी उल्लेख किया जिसे कॉमिक पुस्तकों की मदद से फैलाया जा सकता है। उन्होंने यूनेस्को से भारतीय कहानियों को फैलाने का आग्रह किया ताकि इससे न केवल भारत के युवाओं बल्कि पूरे विश्व के युवाओं को लाभ हो। उन्होंने कहा, अन्वेषण, प्रयोग और अनुभव बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। अमृत काल से भारतीय ज्ञान को मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में पूरे विश्व में फैलाने की लहर पैदा करनी है।
यह कॉमिक बुक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और यूनेस्को नई दिल्ली के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है। यह स्कूल स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम (एसएचडब्ल्यूपी) के लक्ष्यों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अप्रैल 2018 में आयुष्मान भारत अभियान के तहत शुरू की गई एसएचडब्ल्यूपी शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक पहल है। इसका प्राथमिक उद्देश्य स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना, बीमारियों की रोकथाम और शैक्षणिक संस्थानों के भीतर कल्याण केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना है।