नई दिल्ली- 12 जनवरी। रोहिणी कोर्ट में हुई गैंगस्टर गोगी की हत्या और ब्लास्ट को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की सुरक्षा को लेकर पुलिस के द्वारा लगातार काम किये जा रहे हैं। इसके साथ ही वहां पेश होने वाले विचाराधीन कैदियों की सुरक्षा को लेकर भी बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इसके लिए कमिश्नर राकेश अस्थाना ने खासतौर पर अपराध शाखा, स्पेशल स्टाफ और स्पेशल सेल की टीम को जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें कुख्यात बदमाशों की पेशी के दौरान कोर्ट में उपस्थित रहने को कहा गया है।
जानकारी के अनुसार बीते 24 सितंबर को रोहिणी कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले भी रोहिणी कोर्ट, कड़कड़डूमा कोर्ट और तीस हजारी कोर्ट में कई कैदियों पर हमले हो चुके हैं।
उक्त घटनाओं से कोर्ट में पेशी के दौरान कैदियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे थे। इसकी वजह से पुलिस कमिश्नर ने कोर्ट की सुरक्षा से स्थानीय पुलिस को हटाकर वहां पर सिक्योरिटी यूनिट के जवानों को तैनात किया है। इसके अलावा प्रत्येक कोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक इंस्पेक्टर रैंक के पुलिसकर्मी को सौंपी गई थी, लेकिन इस सुरक्षा चक्र के बावजूद बीते नौ सितंबर को रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट हुआ था।
पुलिस कमिश्नर मानते हैं कि कोर्ट में पेशी के दौरान कैदियों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। वह भी ऐसे समय में जब कैदियों के गुट में गैंगवार चल रही हो। हाल ही में अपराध शाखा ने कर्मवीर उर्फ काजू को गिरफ्तार किया जिसने बताया कि वह पेशी के दौरान टिल्लू ताजपुरिया की हत्या करने वाला था। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नर ने कैदियों की पेशी के दौरान सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि कुख्यात कैदियों की पेशी के दौरान कोर्ट में तीसरी बटालियन के अलावा उसे गिरफ्तार करने वाली यूनिट जैसे अपराध शाखा, स्पेशल स्टाफ और स्पेशल सेल की टीम भी मौजूद रहेगी। इससे कैदियों की सुरक्षा बेहतर होगी और कोई हमलावर उन पर हमला नहीं करेगा।
