
कर्पूरी जी ने कुर्सी के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया, पर उनकी दोहराई देने वाले नीतीश ने कुर्सी के लिए कर्पूरी जी के सिद्धांतों को तिलांजलि दे दियाः दीपांकर
मधुबनी- 11 फरवरी। लौकही प्रखंड क्षेत्र के भुतहा चोक पर नवनिर्मित बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के आदमकद प्रतिमा का अनावरण रविवार को भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के हाथों किया गया। मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते राष्ट्रीय महासचिव दिपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि देश मे भाजपा भारत रत्न के नामपर राजनीतिक कर रही है। पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री के साथ सौदा करके पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को, उतर प्रदेश में जयंत सिंह के साथ सौदा करके उतर प्रदेश ही नही पूरे देश के गरीब किसानों की आवाज पूर्व प्रधानमंत्री चोधरी चरण सिंह को और कृषि वैज्ञानिक स्वामी नाथन आयोग के रिपोर्ट को लागू करने के लिए किसान आंदोलन में सात सौ किसानों की मौत हुई, लेकिन प्रधानमंत्री ने किसानों की मांग एमएसपी तो लागू नही किया। परंतू उसके नामपर राजनीति करते हुए थोक भाव मे भारत रत्न बांटने का काम किया। उन्होने कहा कि आज संविधान निर्माता बाबा साहेब की चर्चा करना अति आवश्यक है। सभी को बाबा साहेब की चर्चा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस देश में संविधान के साथ साथ लोकतंत्र भी खतरे में है, पूरी तरह से संविधान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। लोकतंत्र के मंदिर नया संसद के उद्घाटन में राजतंत्र के प्रतीक सिंगौल को स्थापित करने का काम किया। सिंगौल क्या पुराने जमाने का राजदंड के प्रतीक, इसका संसद में क्या काम? राम मंदिर के उद्घाटन को राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया। यानी जो धार्मिक है, उसे राजनीतिक बनाया जा रहा है और जो राजनीतिक है उसे धार्मिक बनाया जा रहा है। श्री दिपांकर ने कहा कि बिहार के साथ बहुत बड़ी धोखा हुआ है। उन्होंने ने कहा देश के गृहमंत्री ने कहा था कि अब नीतीश कुमार के लिए हमारे पार्टी में हमेशा के लिए दरवाजा बंद हो चुका है। आज क्या हुआ है नीतीश कुमार को लाकर अपने गोद में बैठा लिया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी जी का अपमान करने वाले आरएसएस आज उनको भारत रत्न देने का श्रेय ले रहे है। कहा कि कर्पूरी जी ने कुर्सी के लिए कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। लेकिन नीतीश जी कुर्सी के लिए कर्पूरी जी के सिद्धांतों को तिलांजलि दे दिया और कहते हैं कि हम कर्पूरी जी रास्ते पर चल है। उन्होंने कहा कि बिहार में इतनी बड़ी गरीबी है। लेकिन नीतीश जी कहते हैं कि बिहार विकास की गंगा बह रही है। उन्होंने कहा कि आज पुरे देश में अभी बजट पेश हुआ, तो वित्त मंत्री द्वारा दो तरह की बात कही गई एक टैक्स और दुसरा जीएसटी इसे क्या गरीब मजदूर दलित लोगों को लाभ मिलेगा,नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिहार एक बहुत बड़ा विरासत है, और बिहार से ही देश की लराई लड़ने के लिए प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि देश में सभी चीजें निजीकरण हो रही है, इस निजीकरण से हम सभी को लड़ाई लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि जो आर्थिक आजादी की अधिकार उत्पादन करने वाले मजदूर, किसानों को मिलनी चाहिए वो अंबानी और अडानी को दी जा रही है। उन्होने कहा कि भाजपा देश के संविधान को बदलना चाहते है और मनुस्मृति को लाना चाहते है। जिसे बाबा साहेब अंबेडकर ने बहुत पहले जला दिया था।




