मुंबई- 24 जनवरी। मुंबई हवाई अड्डे ने हवाई अड्डे के पास एयर इंडिया कॉलोनी में 20 इमारतों को बुधवार को ध्वस्त कर दिया है। यह सभी इमारतों को कोई नहीं रह रहा था और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थीं। इन इमारतों को ध्वस्त करने की सारी आवश्यक अनुमतियां संबंधित विभाग से प्राप्त की गई थीं। यह जानकारी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) ने दी है।
जानकारी के अनुसार एयर इंडिया की पीएसयू एसेट होल्डिंग कंपनी एआईएएचएल द्वारा हैंडओवर किया गया है। यह हवाई अड्डे की भूमि की व्यापक पुनर्विकास योजना के हिस्से के रूप में किया गया है। वर्तमान में, कॉलोनी के भीतर शेष 80 से अधिक इमारतों पर कोई तोड़क कार्रवाई नहीं की गई है, जिनमें लोग रह रहे हैं। एमआईएएल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह सब कानून का पालन करते हुए किया गया है। यह पुनर्विकास पहल मौजूदा यात्री सुविधाओं के विस्तार और सुधार में योगदान देने के लिए हवाई अड्डे के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे मुंबई की वृद्धि और प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल बॉम्बे हाई कोर्ट ने पिछले साल मार्च में तीन एयर इंडिया कर्मचारी यूनियनों द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिसमें कॉलोनी में स्टाफ क्वार्टरों से उन्हें बेदखल करने के एयरलाइन के फैसले को चुनौती दी गई थी।
अदालत ने एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के एक अनिवार्य हिस्से के रूप में भूमि और संपत्तियों के मुद्रीकरण पर जोर देते हुए कहा कि आवास अधिकार या रोजगार की अवधि के रूप में प्रदान नहीं किया जाता है। कोर्ट ने कहा था कि अगर कर्मचारी फ्लैटों पर कब्जा बनाए रखेंगे, तो एयर इंडिया एसेट होल्डिंग कंपनी एयर इंडिया लिमिटेड के कर्ज के बोझ को कम करने के लिए जमीन का मुद्रीकरण नहीं कर पाएगी।