‘एयरो इंडिया’ में एचएएल ने स्वदेशी ट्रेनर एचजेटी-36 का नाम बदलकर किया ‘यशस’

बेंगलुरु- 10 फरवरी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने अपने एचजेटी-36 प्रशिक्षण विमान का नाम बदलकर ‘यशस’ कर दिया है। रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने एयरो इंडिया के एचएएल पवेलियन में नामकरण के बाद ट्रेनर विमान का नया संस्करण लॉन्च किया। एचएएल के प्रमुख डीके सुनील ने कहा कि यह विमान किरण मार्क-2 की जगह ले सकता है और इसमें निर्यात की भी अच्छी संभावनाएं हैं।

एचएएल के मुख्य जेट प्रशिक्षण विमान हिंदुस्तान जेट ट्रेनर एचजेटी-36 का नाम अब ‘यशस’ रखा गया है। यह बदलाव विमान के पूरे आवरण में प्रस्थान विशेषताओं और स्पिन प्रतिरोध को हल करने के लिए व्यापक संशोधनों के बाद किया गया है। एचएएल प्रमुख डॉ. डीके सुनील ने इस अवसर पर कहा कि बेसलाइन इंटरमीडिएट प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म में बड़े पैमाने पर किए गए परिवर्तनों से इसकी क्षमताओं में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है। इसलिए अब यह आधुनिक सैन्य विमानन के लिए प्रशिक्षण प्रणाली के रूप में विमान की निरंतर प्रासंगिकता के अनुरूप एक नया नाम दिए जाने का अवसर प्रदान किया गया है।

सीएमडी डॉ. सुनील ने एयरो इंडिया 2025 में निदेशकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एचएएल स्टॉल एचएएल-ई का उद्घाटन किया। लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) एचएएल मंडप का मुख्य आकर्षण है। एचएएल लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और इसके लाइट ऑब्जर्वेशन हेलीकॉप्टर को नागरिक और सैन्य अनुप्रयोगों के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अनुसंधान और विकास अनुभागों में से एक रोटरी विंग रिसर्च एंड डिज़ाइन सेंटर ने डिजाइन और विकसित किया है। इसके अलावा एचएएल में विकसित विभिन्न नवीन उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए हैं।

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Author: lakshyatak

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