नई दिल्ली- 29 जुलाई। घरेलू शेयर बाजार में जुलाई का महीना एक बार फिर निवेशकों के लिए शानदार कमाई कराने वाला महीना बनता जा रहा है। इसे संयोग ही कहा जा सकता है कि जुलाई का महीना पिछले 15 सालों के दौरान सिर्फ 4 साल को छोड़कर ज्यादातर निवेशकों को मुनाफा कराने वाला और बाजार के कारोबार के लिहाज से मजबूती वाला महीना बनता रहा है।
शेयर बाजार के आंकड़ों को देखें तो पिछले 15 सालों के दौरान जुलाई के महीने में 11 बार निवेशकों को मासिक आधार पर पॉजिटिव रिटर्न मिला है। यानी 11 बार शेयर बाजार में जुलाई के महीने में बढ़त बनी रही है। इन 15 सालों के दौरान जुलाई के महीने में चार बार शेयर बाजार में गिरावट जरूर हुई है, लेकिन बड़ी बात तो ये है कि कभी भी जुलाई के महीने में शेयर बाजार को भारी गिरावट से नहीं जूझना पड़ा है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 सालों के दौरान जुलाई के महीने में सबसे अधिक गिरावट 2019 में दर्ज की गई थी, जब शेयर बाजार ने पूरे महीने के कारोबार के दौरान 4.86 प्रतिशत की कमजोरी दिखाई थी। जुलाई 2019 के अलावा किसी भी साल जुलाई के महीने में शेयर बाजार में इतनी अधिक गिरावट नहीं देखी गई।
मौजूदा साल की बात की जाए, तो इस जुलाई के महीने में सेंसेक्स में अभी तक 4663 अंक यानी 8.53 प्रतिशत तक की मजबूती आ चुकी है। जबकि इसके पहले के कुछ महीने शेयर बाजार के लिए लगातार गिरावट वाले महीने बने हुए थे, जिसकी वजह से निवेशकों को जबरदस्त चुना लगा था। लेकिन जुलाई के महीने में शेयर बाजार में आई तेजी ने निवेशिकों के उत्साह को एक बार फिर बढ़ा दिया है।
इस साल 1 जुलाई को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 52,907 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि आज सेंसेक्स 57,570 अंक से ऊपर चढ़कर बंद हुआ है। इस महीने के आखिरी 2 दिन यानी 30 और 31 जुलाई को शनिवार और रविवार होने की वजह से बाजार में बंदी रहने वाली है। इसलिए आज ही महीने का आखिरी कारोबारी दिन था और आज तक के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार में 8.53 प्रतिशत की मजबूती आ चुकी है।
इसके पहले 2021 की जुलाई में सेंसेक्स ने पूरे महीने के कारोबार के बाद 0.20 प्रतिशत का मामूली रिटर्न दिया था। राहत की बात यही थी कि कोरोना की दूसरी जानलेवा लहर के बावजूद शेयर बाजार कमजोरी के साथ बंद नहीं हुआ था। बड़ी बात तो ये भी है कि 2020 की जुलाई में, जब दुनियाभर के ज्यादातर शेयर बाजार कोरोना संक्रमण की वजह से बुरी तरह गिरकर कारोबार कर रहे थे, तब भी भारतीय शेयर बाजार ने 7.71 प्रतिशत की मजबूती दिखाते हुए निवेशकों को जबरदस्त फायदा दिलाया था।
इसी तरह 2019 में जुलाई के महीने में हुए नुकसान के पहले 2018 की जुलाई में भी घरेलू शेयर बाजार ने 6.16 प्रतिशत की मजबूती दिखाई थी। आपको बता दें कि इस साल के जुलाई यानी जुलाई 2022 के पहले साल 2009 में जुलाई के महीने में घरेलू शेयर बाजार में सबसे अधिक 8.12 प्रतिशत की मजबूती दर्ज की गई थी। जाहिर है कि पिछले 15 सालों के दौरान इस साल की जुलाई में घरेलू शेयर बाजार ने सबसे अधिक 8.53 प्रतिशत की मजबूती दर्ज करके निवेशकों को खुश कर दिया है।